जयपुर. राजस्थान में परिवहन विभाग में दो DTO और 6 इंस्पेक्टरों समेत सात दलालों के पकड़े जाने के बाद ACB की कार्रवाई ने प्रदेश के परिवहन विभाग की कलई खोलकर रख दी है. एक ओर जहां परिवहन विभाग में हुई कार्रवाई के बाद ACB की तारीफ हो रही है. वहीं, दूसरी ओर प्रदेश के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने ACB की कार्रवाई पर ही इशारों ही इशारों में सवाल खड़े कर दिए हैं.
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि फरवरी-मार्च का महीना रेवेन्यू का महीना होता है और ACB ने केवल एक ही इंस्पेक्टर को दलाल के साथ रंगे हाथों पकड़ा है. बाकी सबके घरों पर कार्रवाई की गई है. खाचरियावास ने कहा कि पैसा प्राइवेट बस ऑपरेटर के यहां मिला है. ACB की कार्रवाई के बाद निर्दोष अफसरों को डरने की जरूरत नहीं है.
मंत्री ने कहा कि इंस्पेक्टरों और अफसरों के काफी परिजन सोमवार को उनसे आकर मिले और अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा कि मेरे पास किसी भी अफसर या कर्मचारी को आकर बात रखने का अधिकार है. इस तरह की कार्रवाई से दहशत का माहौल हो जाता है. इस मामले में सोमवार को RTO और DTO की बैठक भी उन्होंने बुलाई है.
परिवहन मंत्री ने कहा कि राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ जो भी कार्रवाई होती है. वह मुख्यमंत्री और मंत्रियों के कहने पर होती है. परिवहन मंत्री ने कहा कि जिस भी विभाग में भ्रष्टाचार हुआ है, उस विभाग में कार्रवाई हुई है. लेकिन निर्दोष अधिकारियों को डरने की जरूरत नहीं है.
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खाचरियावास ने कहा कि उन्हें पता चला है कि अधिकारियों की प्रतिस्पर्धा के चलते कुछ विभाग के लोगों ने ही शिकायत की है. एक ओर मंत्री प्रताप सिंह ने भ्रष्टाचार पर कार्रवाई की बात कही है तो वहीं दूसरी ओर उन्होंने कहा कि फरवरी-मार्च रेवेन्यू का महीना होता है. मामले पर राजस्थान विधानसभा में 1 बजे सरकार की ओर से जवाब भी दिया जाएगा.