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जिस विधानसभा में विपक्ष हर बिल पर करता है विरोध, अपने वेतन का बिल आया तो कुछ मिनटों में ही हो गया पास

राजस्थान विधानसभा में मंत्रियों-विधायकों का वेतन संशोधन बिल सोमवार को महज कुछ मिनटों में ही पास हो गया. इसके तहत मुख्यमंत्री को अब प्रतिमाह 75000 रुपए मिलेंगे. वहीं उप मुख्यमंत्री की सबसे ज्यादा तनख्वाह बढ़ी है. जिन्हें अब 10500 की जगह अब 65000 रुपए मिलेंगे. कैबिनेट मंत्रियों को भी 45 हजार से बढ़ाकर 65 हजार रुपए वेतन मिलेगा.

Minister-MLA Salary Bill, Rajasthan Assembly News, मंत्री-विधायक वेतन बिल, जयपुर विधानसभा न्यूज
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Published : Aug 6, 2019, 12:01 AM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा का जब सत्र चल रहा होता है तो उसमें कई बिल रखे जाते हैं और कोई भी बिल विधानसभा में बिना चर्चा के पास नहीं होता है. लेकिन सोमवार को राजस्थान विधानसभा में दो ऐसे बिल भी पेश किए गए, जो महज कुछ मिनटों में ही पास हो गए. इनमें था मंत्रियों-विधायकों के वेतन बढ़ोतरी का बिल.

मंत्रियों-विधायकों का वेतन संशोधन बिल सदन में हुआ पास

दरअसल, राजस्थान विधानसभा में सोमवार को ऑनर किलिंग को लेकर बिल पर चर्चा चल रही थी तो ऐसे में चर्चा को बीच में रोककर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए राजस्थान मंत्री वेतन (द्वितीय संशोधन) विधेयक 2019 और राजस्थान विधानसभा (अधिकारियों तथा सदस्यों की परिलब्धियां और पेंशन )(संशोधन) विधेयक 2019 रखा गया. जो महज कुछ मिनटों में बिना किसी चर्चा के पास हो गए.

यह भी पढ़ें : झुंझुनू : उदयपुरवाटी के कोट बांध में नहाने उतरे 2 युवकों की डूबने से मौत

सोमवार को बढ़ाए गए वेतन और भत्तों में सबसे ज्यादा वेतन भत्ते में इजाफा हुआ है. उप मुख्यमंत्री के वेतन-भत्तों में जहां मुख्यमंत्री को पहले ₹55000 वेतन मिलता था, उसे बढ़ाकर ₹75000 कर दिया गया है तो वहीं उप मुख्यमंत्री का वेतन 10500 से बढ़ाकर ₹65000 किया गया है. आज बढ़ाए गए वेतन के अनुसार मंत्रियों के वेतन पर दो करोड़ 10 लाख का बोझ आएगा तो वहीं विधायकों के वेतन पर 29 करोड़ 36 लाख का सरकार पर भार पड़ेगा. इससे पहले प्रदेश में 26 अप्रैल 2017 को वेतन भत्ते में बढ़ोतरी हुई थी.

यह रहेगा अब वेतनमान

  • मुख्यमंत्री का 55 हजार रुपए से बढ़ाकर 75 हजार हुआ.
  • विधानसभा अध्यक्ष का 50 हजार रुपए से बढ़ाकर 70 हजार.
  • वि.स. उपाध्यक्ष का 45 हजार रुपए से बढ़ाकर 65 हजार.
  • कैबिनेट मंत्री का वेतन 45 हजार रुपए से 65 हजार हुआ.
  • राज्य मंत्री का 42 हजार रुपए से 62 हजार किया वेतन.
  • ससंदीय सचिव का वेतन 40 हजार रुपए से 60 हजार किया.
  • मुख्य सचेतक का वेतन 45 हजार रुपए से 65 हजार.
  • उप मुख्य सचेतक का वेतन 42 हजार रुपए से 62 हजार.
  • नेता प्रतिपक्ष का वेतन 45 हजार रुपए से 65 हजार.
  • उप मंत्री का 40 हजार रुपए से बढ़ाकर किया 60 हजार.
  • माननीय जनप्रतिनिधियों के बढ़े वेतन भत्ते
  • विधायक का वेतन 25 हजार रुपए से बढ़कर हुआ 40 हजार.
  • वहीं भत्तों में इस तरीके से हुआ है इजाफा
  • मुख्यमंत्री को सत्कार भत्ता मिलेगा ₹85 हजार प्रतिमाह.
  • मंत्री, राज्य मंत्री को मिलेगा ₹80 हजार प्रतिमाह
  • संसदीय सचिव को ₹70 हजार प्रतिमाह.
  • उप मंत्री को ₹60 हजार प्रतिमाह मिलेगा सत्कार भत्ता.
  • मुख्यमंत्री, मंत्री, राज्य मंत्री, उप मंत्री को अब 10 हजार के बजाय ₹30 हजार मासिक मिलेगा मकान किराया भत्ता

फर्नीचर मद भी बढ़ाया

  • अध्यक्ष का फर्नीचर खर्चा कार्यकाल के दौरान अब छह लाख रुपए रहेगा.
  • उपाध्यक्ष, सरकारी मुख्य सचेतक, सरकारी उप मुख्य सचेतक, नेता प्रतिपक्ष को मिलेगा ₹5 लाख पूरे कार्यकाल में फर्नीचर के लिए.

विधायक का दैनिक भत्ता 1500 से बढ़ाकर 2 हजार. राज्य के बाहर हुआ 2500.

निर्वाचन भत्ता प्रतिमाह 50 हजार से बढ़कर हुआ 70 हजार.

टेलीफोन भत्ता प्रतिमाह 2500 रु किया शुरू.

निर्वाचन क्षेत्र में भ्रमण हेतु वाहन के लिए अधिकतम 15 दिन के लिए ₹45000 प्रतिमाह किया गया.

रेल और हवाई भत्ता सालाना 2 लाख से बढ़ाकर 3 लाख किया.

मकान किराया 20 हजार से बढ़ाकर किया 30 हजार.

पूर्व विधायकों की पेंशन में भी 10000 की बढ़ोतरी.

पूर्व विधायकों की पेंशन 25000 प्रतिमाह से बढ़ाकर की गई ₹35000 प्रतिमाह.

चिकित्सा सीमा को 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख किया गया.

पूर्व सदस्यों के निधन के बाद 100 रोडवेज के कूपन मिलेंगे पत्नी को.

विधानसभा अध्यक्ष का सत्कार भत्ता बढ़ा. अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सरकारी मुख्य सचेतक नेता प्रतिपक्ष का सत्कार भत्ता होगा ₹80000 प्रतिमाह.

सरकारी उप मुख्य सचेतक का सत्कार भत्ता होगा ₹70000 प्रतिमाह.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा का जब सत्र चल रहा होता है तो उसमें कई बिल रखे जाते हैं और कोई भी बिल विधानसभा में बिना चर्चा के पास नहीं होता है. लेकिन सोमवार को राजस्थान विधानसभा में दो ऐसे बिल भी पेश किए गए, जो महज कुछ मिनटों में ही पास हो गए. इनमें था मंत्रियों-विधायकों के वेतन बढ़ोतरी का बिल.

मंत्रियों-विधायकों का वेतन संशोधन बिल सदन में हुआ पास

दरअसल, राजस्थान विधानसभा में सोमवार को ऑनर किलिंग को लेकर बिल पर चर्चा चल रही थी तो ऐसे में चर्चा को बीच में रोककर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए राजस्थान मंत्री वेतन (द्वितीय संशोधन) विधेयक 2019 और राजस्थान विधानसभा (अधिकारियों तथा सदस्यों की परिलब्धियां और पेंशन )(संशोधन) विधेयक 2019 रखा गया. जो महज कुछ मिनटों में बिना किसी चर्चा के पास हो गए.

यह भी पढ़ें : झुंझुनू : उदयपुरवाटी के कोट बांध में नहाने उतरे 2 युवकों की डूबने से मौत

सोमवार को बढ़ाए गए वेतन और भत्तों में सबसे ज्यादा वेतन भत्ते में इजाफा हुआ है. उप मुख्यमंत्री के वेतन-भत्तों में जहां मुख्यमंत्री को पहले ₹55000 वेतन मिलता था, उसे बढ़ाकर ₹75000 कर दिया गया है तो वहीं उप मुख्यमंत्री का वेतन 10500 से बढ़ाकर ₹65000 किया गया है. आज बढ़ाए गए वेतन के अनुसार मंत्रियों के वेतन पर दो करोड़ 10 लाख का बोझ आएगा तो वहीं विधायकों के वेतन पर 29 करोड़ 36 लाख का सरकार पर भार पड़ेगा. इससे पहले प्रदेश में 26 अप्रैल 2017 को वेतन भत्ते में बढ़ोतरी हुई थी.

यह रहेगा अब वेतनमान

  • मुख्यमंत्री का 55 हजार रुपए से बढ़ाकर 75 हजार हुआ.
  • विधानसभा अध्यक्ष का 50 हजार रुपए से बढ़ाकर 70 हजार.
  • वि.स. उपाध्यक्ष का 45 हजार रुपए से बढ़ाकर 65 हजार.
  • कैबिनेट मंत्री का वेतन 45 हजार रुपए से 65 हजार हुआ.
  • राज्य मंत्री का 42 हजार रुपए से 62 हजार किया वेतन.
  • ससंदीय सचिव का वेतन 40 हजार रुपए से 60 हजार किया.
  • मुख्य सचेतक का वेतन 45 हजार रुपए से 65 हजार.
  • उप मुख्य सचेतक का वेतन 42 हजार रुपए से 62 हजार.
  • नेता प्रतिपक्ष का वेतन 45 हजार रुपए से 65 हजार.
  • उप मंत्री का 40 हजार रुपए से बढ़ाकर किया 60 हजार.
  • माननीय जनप्रतिनिधियों के बढ़े वेतन भत्ते
  • विधायक का वेतन 25 हजार रुपए से बढ़कर हुआ 40 हजार.
  • वहीं भत्तों में इस तरीके से हुआ है इजाफा
  • मुख्यमंत्री को सत्कार भत्ता मिलेगा ₹85 हजार प्रतिमाह.
  • मंत्री, राज्य मंत्री को मिलेगा ₹80 हजार प्रतिमाह
  • संसदीय सचिव को ₹70 हजार प्रतिमाह.
  • उप मंत्री को ₹60 हजार प्रतिमाह मिलेगा सत्कार भत्ता.
  • मुख्यमंत्री, मंत्री, राज्य मंत्री, उप मंत्री को अब 10 हजार के बजाय ₹30 हजार मासिक मिलेगा मकान किराया भत्ता

फर्नीचर मद भी बढ़ाया

  • अध्यक्ष का फर्नीचर खर्चा कार्यकाल के दौरान अब छह लाख रुपए रहेगा.
  • उपाध्यक्ष, सरकारी मुख्य सचेतक, सरकारी उप मुख्य सचेतक, नेता प्रतिपक्ष को मिलेगा ₹5 लाख पूरे कार्यकाल में फर्नीचर के लिए.

विधायक का दैनिक भत्ता 1500 से बढ़ाकर 2 हजार. राज्य के बाहर हुआ 2500.

निर्वाचन भत्ता प्रतिमाह 50 हजार से बढ़कर हुआ 70 हजार.

टेलीफोन भत्ता प्रतिमाह 2500 रु किया शुरू.

निर्वाचन क्षेत्र में भ्रमण हेतु वाहन के लिए अधिकतम 15 दिन के लिए ₹45000 प्रतिमाह किया गया.

रेल और हवाई भत्ता सालाना 2 लाख से बढ़ाकर 3 लाख किया.

मकान किराया 20 हजार से बढ़ाकर किया 30 हजार.

पूर्व विधायकों की पेंशन में भी 10000 की बढ़ोतरी.

पूर्व विधायकों की पेंशन 25000 प्रतिमाह से बढ़ाकर की गई ₹35000 प्रतिमाह.

चिकित्सा सीमा को 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख किया गया.

पूर्व सदस्यों के निधन के बाद 100 रोडवेज के कूपन मिलेंगे पत्नी को.

विधानसभा अध्यक्ष का सत्कार भत्ता बढ़ा. अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सरकारी मुख्य सचेतक नेता प्रतिपक्ष का सत्कार भत्ता होगा ₹80000 प्रतिमाह.

सरकारी उप मुख्य सचेतक का सत्कार भत्ता होगा ₹70000 प्रतिमाह.

Intro:महज कुछ मिनटों में ही पास हुआ मंत्रियों विधायकों का वेतन संशोधन बिल माननीयों की बड़ी तनखा मुख्यमंत्री को 1000 की जगह अब मिलेंगे 75000 तो वही उपमुख्यमंत्री की सबसे ज्यादा बड़ी तनख्वा 10500 की जगह अब मिलेंगे 65000 कैबिनेट मंत्रियों को भी 45 हजार से बढ़ाकर 65 हजार वेतन
बाइट शांति धारीवाल संसदीय कार्य मंत्रीBody:राजस्थान विधानसभा का जब सत्र चल रहा होता है तो उसमें कई बिल रखे जाते हैं और कोई भी बिल विधानसभा में बिना चर्चा के पास नहीं होता है लेकिन आज राजस्थान विधानसभा में दो ऐसे ऐसा बिल भी पेश किए गए जो महज कुछ मिनटों में ही पास हो गए और वह था मंत्रियों विधायकों का वेतन बढ़ोतरी का बिल दरअसल राजस्थान विधानसभा में आज ऑनर किलिंग को लेकर बिल पर चर्चा चल रही थी तो ऐसे में चर्चा को बीच में रोककर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए राजस्थान मंत्री वेतन (द्वितीय संशोधन) विधेयक 2019 और राजस्थान विधानसभा (अधिकारियों तथा सदस्यों की परिलब्धियां और पेंशन )(संशोधन) विधेयक 2019 रखा गया जो महज कुछ मिनटों में बिना किसी चर्चा के पास हो गए आज बढ़ाए गए वेतन और भक्तों में सबसे ज्यादा वेतन भत्ते में इजाफा हुआ है उपमुख्यमंत्री के वेतन भत्तों में जहां मुख्यमंत्री को पहले ₹55000 वेतन मिलता था उसे बढ़ाकर ₹75000 कर दिया गया है तो वहीं उप मुख्यमंत्री का वेतन 10500 से बढ़ाकर ₹65000 किया गया है
आज बढ़ाए गए वेतन के अनुसार मंत्रियो के वेतन पर दो करोड़ 10 लाख का बोझ आएगा तो वही विधायको के वेतन पर 29 करोड़ 36 लाख का सरकार पर भार पड़ेगा
इससे पहले प्रदेश में 26 अप्रैल 2017 को वेतन भत्ते मैं बढ़ोतरी हुई थी
यह रहेगा अब वेतनमान
मुख्यमंत्री का 55 हजार बढाकर 75 हजार हुआ।
विधानसभा अध्यक्ष का 50 हजार से बढ़ाकर 70 हजार
विस् उपाध्यक्ष 45 हजार से बढ़ाकर 65 हजार
कैबिनेट मंत्री का वेतन 45 हजार से 65 हजार हुआ।
राज्य मंत्री का 42 हजार से 62 हजार किया वेतन।
ससंदीय सचिव का वेतन 40 हजार से 60 हजार किया।
मुख्यसचेतक का वेतन 45 हजार से 65 हजार ।
उप मुख्यसचेतक का वेतन 42 हजार से 62 हजार
नेता प्रतिपक्ष का वेतन 45 हजार से 65 हजार ।
उप मंत्री का 40 हज़ार से बढ़ाकर किया 60 हजार।
माननीय जनप्रतिनिधियों के बढ़े वेतन भत्ते।
विधायक का वेतन 25 हजार से बढ़कर हुआ 40 हजार ।
वही भत्तो में इस तरीके से हुआ है इजाफा

मुख्यमंत्री को सत्कार भत्ता मिलेगा ₹85 हजार प्रतिमाह।
मंत्री राज्य मंत्री को मिलेगा ₹80 हजार प्रतिमाह संसदीय सचिव को ₹70 हजार प्रतिमाह।
उप मंत्री को ₹60 हजार प्रतिमाह मिलेगा सत्कार।

मुख्यमंत्री ,मंत्री ,राज्य मंत्री, उप मंत्री को अब 10 हजार के बजाय ।
₹30 हजार मासिक मिलेगा मकान किराया भत्ता




mla का दैनिक भत्ता 15 सौ बढ़ाकर 2 हजार ।राज्य के बाहर हुआ 25 सौ।
निर्वाचन भत्ता प्रतिमाह 50 हजार से बढ़कर हुआ 70 हजार ।टेलीफोन भत्ता प्रतिमाह 2500 रु किया शुरू।
निर्वाचन क्षेत्र में भ्रमण हेतु वाहन के लिए अधिकतम 15 दिन के लिए ₹45000 प्रतिमाह किया गया
रेल और हवाई भत्ता सालाना 2 लाख से बढ़ाकर 3 लाख किया।
मकान किराया 20 हजार से बढाकर 30 हजार किया ।
पूर्व विधायकों की पेंशन बेबी 10000 की बढ़ोतरी
पूर्व विधायकों की पेंशन25000 प्रतिमाह से बढ़ाकर की गई ₹35000 प्रतिमाह।
चिकित्सा सीमा को 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख की गई।
रेल और हवाई 50 हजार से एक लाख की गई।
पूर्व सदस्यों के निधन के पश्चात 100 रोडवेज के कूपन मिलेंगे पत्नी को
विधानसभा अध्यक्ष का सत्कार भत्ता बढा ।अध्यक्ष उपाध्यक्ष सरकारी मुख्य सचेतक नेता प्रतिपक्ष का सत्कार भत्ता होगा ₹80000 प्रतिमाह। सरकारी उप मुख्य सचेतक का सत्कार भत्ता होगा ₹70000 प्रतिमाह

फर्नीचर मद भी बढ़ाया ।
अध्यक्ष का फर्नीचर खर्चा कार्यकाल के दौरान अब छह लाख रुपए मिलेगा ।
उपाध्यक्ष सरकारी मुख्य सचेतक सरकारी उप मुख्य सचेतक नेता प्रतिपक्ष को मिलेगा ₹5 लाख पूरे कार्यकाल में फर्नीचर के लिए।


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