जयपुर. राजस्थान में जयपुर, जोधपुर और कोटा नगर निगम में चुनाव घोषित हो चुके हैं. चुनाव घोषित होने के साथ ही प्रदेश में इन तीन जिलों में आचार संहिता (Code of Conduct) भी लागू हो चुकी है, लेकिन शायद अभी राजस्थान के कुछ मंत्रियों को इसकी जानकारी नहीं है.
यही कारण है कि सोमवार को राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में हुई बैठक में शामिल होने के लिए सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल करते हुए नजर आए. इस बैठक में मंत्री शांति धारीवाल, मंत्री लालचंद कटारिया और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी भी शामिल हुए थे. लेकिन सिवाय मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के सभी मंत्री निजी वाहनों से प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे थे.
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ऐसे में कहा जा सकता है कि मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है और वह चुनाव घोषित होने के बावजूद सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल कर रहे हैं. जबकि नियम यह कहता है कि जिस जिले में आचार संहिता लगी होती है, उसमें मंत्री केवल अपने घर से अपने कार्यालय जाने के लिए सरकारी वाहन का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा अगर कहीं और सरकारी वाहन का इस्तेमाल करते हैं तो वह सीधे तौर पर आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में आता है.