जयपुर. प्रदेश भर में जैन समाज का पर्युषण पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. प्रदेश के कला, साहित्य और संस्कृति मंत्री बीडी कल्ला ने भी पर्युषण महापर्व पर सभी प्रदेशवासियों को और विशेष रूप से जैन समाज के लोगों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है.
बता दें कि कोरोना के चलते बड़े धार्मिक आयोजन पर पाबंदी लगी हुई है, इसलिए जैन समाज के लोग सभी धार्मिक क्रियाएं अपने घरों पर ही करेंगे. मंत्री बीडी कल्ला ने अपने संदेश में कहा कि आज क्षमा मांगने का दिन है. उत्तम क्षमा को जैन धर्म के 10 लक्षण में सर्वश्रेष्ठ माना गया है. माफी ऐसी ताकत है जो मनुष्य को मान अभिमान, गुस्से और द्वेष भावना से मुक्त कर देती है. इससे व्यक्ति के मन में निर्मलता आती है. जैन समाज के लोग इस पावन पर्व पर वर्ष भर में जाने अनजाने में हुई गलतियों के लिए क्षमा याचना करते हैं.
बीडी कल्ला ने कहा कि क्षमा करना या क्षमा मांगने का गुण व्यक्ति के चरित्र की बड़ी विशेषता होती है. क्षमाशील लोग अपने जीवन में प्रगति की नई बुलंदियां तय करता है. कला, साहित्य और संस्कृति मंत्री ने कहा कि इस अवसर पर सभी अपने जीवन में उत्तम क्षमा को अपनाने का संकल्प लें. बीडी कल्ला ने कहा कि क्षमा वीरों का आभूषण होता है.
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दिगंबर जैन समाज का पर्युषण पर्व 23 अगस्त से शुरू हो गया है और यह पर्व 10 दिन तक चलेगा. कोरोना संक्रमित के चलते इस बार पर्व के दौरान जैन मंदिरों में बड़े आयोजन पर पाबंदी लगाई गई है. जैन समाज के लोग उत्तम क्षमा, उत्तम मार्दव, उत्तम आर्जव, उत्तम शौच, उत्तम सत्य उत्तम संयम, उत्तम तप, उत्तम त्याग, उत्तम ब्रह्मचर्य के जरिए साधना करेंगे. जैन समाज के लोग इस अवसर पर उपवास भी रखते हैं.