जयपुर. राजपूत समाज के दो बड़े संगठन राजपूत करणी सेना और राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का आपस में विलय हो गया है. दोनों संगठनों के पदाधिकारियों ने बुधवार को पिंक सिटी प्रेस क्लब में प्रेसवार्ता करते हुए इसका ऐलान किया. पदाधिकारियों ने कहा कि अब दोनों संगठन मिलकर अपने समाज के लिए लड़ाई लड़ेंगे. संगठन के पदाधिकारियों ने समय-समय पर समाज के महापुरुषों के खिलाफ नेताओं की बयानबाजी और गौरवशाली इतिहास के साथ हो रही छेड़छाड़ के खिलाफ आक्रोश भी जताया है.
दोनों संगठन मिलकर समाज के लिए लड़ाई लड़ेंगे
नए संगठन को श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना नाम दिया गया है. इसमें सुखदेव सिंह गोगामेडी राष्ट्रीय अध्यक्ष रहेंगे. जबकि अजीत सिंह मामडोली को राष्ट्रीय संयोजक बनाया गया है. अजीत सिंह मामडोली और सुखदेव सिंह गोगामेडी ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि दोनों संगठन एक हो गए हैं. अब समाज की आवाज को और ज्यादा मजबूती मिलेगी. उन्होंने कहा कि समाज के लिए शिक्षा, रोजगार और आर्थिक सुदृढ़ीकरण के लिए सामाजिक और राजनीतिक भागीदारी किस तरह से सुनिश्चित की जाए, उसके लिए श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ज्यादा प्रभावी तरीके से कार्य करेगी.
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने कहा कि अब पूरे देश में 22 राज्यों में करणी सेना सक्रिय है. करणी सेना लगातार समाज के लिए आवाज उठा रही है. उन्होंने कहा कि समाज के अलावा गाय, बहन बेटियों अन्य समाज के लिए भी श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना आवाज उठाती रही है और आगे भी उठाती रहेगी. दोनों बड़े संगठनों का विलय होने से अब हमारी ताकत दोगुनी हो गई है. पहले हम अलग-अलग मुद्दों पर अलग-अलग लड़ते थे, लेकिन अब हर मुद्दे पर एक साथ लड़ेंगे.
अजीत सिंह मामडोली ने कहा कि जिस तरह से फिल्मों के माध्यम से राजपूत समाज के गौरवशाली इतिहास के साथ छेड़छाड़ की जा रही है, समाज के लोगों को दबाया जा रहा है, राजपूत समाज की ऐतिहासिक धरोहरों के साथ भी छेड़छाड़ की जा रही है, ऐसी विकट परिस्थिति में संगठन कारगर साबित होगा. उन्होंने कहा कि कभी कोई नेता महाराणा प्रताप और अन्य महापुरुषों के लिए कुछ भी कह देता है, समाज के लोगों को दबाया जा रहा है, गरीब लोगों के साथ अन्याय हो रहा है, उनकी आवाज बनने का काम श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना करेगी.
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अजीत सिंह मामडोली ने बताया कि श्री राजपूत करणी सेना और श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की राजस्थान प्रदेश स्तर की कार्यकारिणी को तुरंत प्रभाव से भंग कर दिया गया है. जल्द ही विचार विमर्श कर नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा और इसमे योग्यता को महत्व दिया जाएगा. मामडोली ने कहा कि श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना आगामी समय में पूरे देश में 11 करोड़ नए सदस्य बनाएगी. इसके लिए सदस्यता अभियान भी चलाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि राजस्थान में 2 सीटों पर जल्द ही उप चुनाव होने वाले हैं और इन उपचुनाव में संगठन किसका साथ देगा इस पर भी जल्द फैसला लिया जाएगा. इसके अलावा समाज के युवाओं के रोजगार के लिए रोजगार कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे. मामडोली ने कहा कि समाज के इतिहास और महापुरुषों की छवि के साथ समय समय पर छेड़छाड़ के खिलाफ श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ठोस कदम उठाएगी. साथ ही केंद्र और राज्य सरकार से इतिहास के संरक्षण के लिए अधिनियम बनाकर सजा का प्रावधान करने की भी मांग की जाएगी. समाज की राजनीतिक भागीदारी को और ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए संगठन काम करेगा.