जयपुर. कोरोना वायरस के बढ़ते हुए प्रभाव को देखते हुए प्रदेश की तमाम सेंट्रल जेलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. प्रदेश की तमाम सेंट्रल जेलों में सैनिटाइजेशन ड्राई और स्क्रीनिंग ड्राई चलाकर कैदियों को कोरोना वायरस के बारे में जानकारी दी जा रही है. इसके साथ ही उनकी स्क्रीनिंग का काम भी किया जा रहा है. वहीं, जेल में रहने वाले तमाम कैदियों की नियमित जांच की जा रही है और यदि किसी कैदी की तबीयत खराब पाई जा रही है तो उसे तुरंत ही अन्य कैदियों से अलग कर मॉनिटरिंग की जा रही है.
डीआईजी जेल विकास कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रदेश की तमाम जेलों में बंद कैदियों को पब्लिक ऐड्रेसिंग सिस्टम और पेंपलेट के माध्यम से कोरोना वायरस से बचाव की जानकारी दी जा रही है. इसके साथ ही जेलों में न्यू वार्ड और आइसोलेशन वार्ड शुरू किए गए हैं जो नए कैदी जेल में आ रहे हैं उन्हें 3 दिन तक न्यू वार्ड में रखकर मॉनिटर किया जा रहा है. 3 दिन बाद यदि किसी कैदी की तबीयत खराब मिलती है तो उसे आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है और यदि सब कुछ सही रहता है तो 3 दिन बाद कैदी को सामान्य वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है.
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इसके साथ ही जेलों में मौजूद चिकित्सकों के माध्यम से तमाम कैदियों की स्क्रीनिंग करवाई जा रही है और जिन जेलों में चिकित्सकों की सुविधा उपलब्ध नहीं है वहां पर कैदियों की स्क्रीनिंग के लिए बाहर से चिकित्सकों को भेजे जाने के लिए प्रशासन से लगातार कॉर्डिनेशन किया जा रहा है.