जयपुर. राजस्थान में डेंगू और अन्य मौसमी बीमारियों के चलते लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में अब चिकित्सा विभाग सतर्कता बरतते हुए एक आदेश जारी किया है. इसके तहत सर्विलांस सर्वे दल को अब मरीजों के घर का सर्वे करने के बाद "ऑन द स्पॉट फोटो" भेजना होगा. ताकि पता लग सके की विभाग के अधिकारियों की ओर से सर्वे किया जा रहा है या नहीं. इसकी एक रिपोर्ट मुख्यालय पर भी भेजनी होगी.
मंगलवार को प्रदेश में डेंगू समेत मौसमी बीमारियों पर नियंत्रण के लिए शासन सचिव अखिल अरोड़ा एवं चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया ने प्रदेश भर के सीएमएचओ, पीएमओ और संबंधित अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा कर जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं. अरोड़ा ने अधिकारियों को डेंगू पॉजिटिव मरीजों के घर सर्विलांस के दौरान सर्वे दलों को सेल्फी खींचकर भेजने, पॉजिटिव मरीजों के रजिस्टर्ड नंबर पर रैंडम फोन कर फीडबैक लेने और अधिकारियों को सर्वे दलों की एक्टिविटी के बारे में फीडबैक लेने के निर्देश दिए हैं.
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इस मौके पर चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया ने नॉन फंग्शनल फोंगिग मशीनों को जल्द सही कराने, डेंगू रोगियों के अनुपात में टीमों की संख्या में वृद्धि करने, प्रत्येक सर्वे दल न्यूनतम 50 घरों का सर्वे करने, प्रत्येक डेंगू रोगी के आसपास के 50 घरों का सर्वे करवाने के निर्देश दिए. साथ ही सर्वे में पाए गए संदिग्ध रोगियों की डेंगू की जांच के लिए सैंपल लेकर जिला अस्पताल भिजवाने, जिला या उपजिला चिकित्सालयों में 24 घंटे जांच सुविधा देने, डेंगू प्रभावित क्षेत्र में प्रत्येक 3 दिवस में एंटी लार्वा गतिविधियां करने के भी निर्देश दिए हैं. उन्होंने आईएचआईपी पोर्टल पर मौसमी बीमारियों (डेंगू, चिकनगुनियां, मलेरियां इत्यादि) की रिपोर्टिग सुनिश्चित करने, घर-घर सर्वे एप पर शेष आशा एवं एएनएम का पंजीकरण और सर्वे कार्य की रिपोर्टिंग करने के भी निर्देश दिए हैं.
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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान घर-घर सर्वे का डाटा पोर्टल पर अपलोड करने, कोविड टीकाकरण की समीक्षा और आगे की रणनीति, चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविर के बारे में विस्तार से चर्चा, प्रशासन गांवों और शहरों के संग की प्रगति समीक्षा सहित कई विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई.