जयपुर/ लखनऊ. बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय मामले पर मंगलवार के दिन बसपा प्रमुख मायावती ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि CM बनने के बाद गहलोत ने बदनीयती से हमारे सभी 6 विधायकों को गैरकानूनी तरीके से खुद की पार्टी में शामिल किया.
मायावती ने कहा कि पिछले कार्यकाल में भी गहलोत ने ऐसे ही किया था, जो संविधान के खिलाफ है. उन्होंने कहा 26 को पार्टी व्हिप जारी किया गया है. जिसमें विधायकों को कहा गया है कि वो सदन में कांग्रेस के खिलाफ मत डालें, अन्यथा उनकी सदस्यता रद्द करने की कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बार-बार BSP को धोखा दिया. अब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बचे या नहीं, इसका पूरा दोष गहलोत का ही होगा.
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उन्होंने कहा राज्यसभा चुनाव के पूर्व में ही बसपा ने मुख्य चुनाव आयुक्त के समक्ष मुद्दा उठाया था, लेकिन उन्होंने क्षेत्राधिकार से बाहर बताते हुए इसे निस्तारित कर दिया था. बीएसपी के पास अब कोर्ट में जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा. हम पहले भी कोर्ट जा सकते थे, लेकिन हम इंतजार कर रहे थे कि गहलोत को कब सबक सिखाया जाए, हम राह देख रहे थे. अब हमने कोर्ट जाने का फैसला लिया है. इस मामले को हम ठंडा नहीं पड़ने देंगे, हम सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे. हमने तय कर लिया है कांग्रेस को सबक सिखाना जरूरी है.
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चोर मचाए शोर की हालत में गहलोत
कांग्रेस शोर मचा रही है कि उनका सामान (विधायक) चोरी हो रहे हैं. उनके समान अर्थात विधायकों की चोरी हो गई है. गहलोत का बयान हास्यस्पद है. उन्होंने खुद चोरी की हमारे विधायकों की, तब उन्हें याद नहीं आया कि यह असंवैधानिक है या नहीं. यह तो उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली हालत है. खुद गलत काम करते हैं और हमारे ऊपर आरोप लगा रहे हैं.
कोरोनो को लेकर सही कदम उठाए केन्द्र सरकार
कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया त्रस्त है, भारत भी त्रस्त है. इसकी रोकथाम के लिए कई कदम उठाए हैं. अभी तीन चार दिन में अनलॉक 4 जारी करने वाले हैं. मेरा केन्द्र सरकार से आग्रह है कि सरकार सही कदम उठाए.