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6 बसपा विधायकों के दल बदलने से मायावती का फूटा गुस्सा, कहा- कांग्रेस धोखेबाज पार्टी

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Published : Sep 17, 2019, 4:44 PM IST

राजस्थान के 6 बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने पर मायावती ने ट्वीट कर नाराजगी जताई है. इतना ही नहीं बसपा सुप्रीमों ने कांग्रेस पर जबरदस्त हमला बोलते हुए उसे धोखेबाज पार्टी करार दिया है.

BSP mla in congress, बसपा विधायक कांग्रेस में शामिल

जयपुर. बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी पार्टी के 6 विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है. ट्वीट कर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गैर भरोसेमंद और धोखेबाज पार्टी होने का प्रमाण दे दिया है.

मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह गैर भरोसेमंद और धोखेबाज पार्टी है. इसके साथ ही मायावती ने कांग्रेस पार्टी का दलित विरोधी होने के साथ ही बड़ा आरोप यह लगाया कि कांग्रेस पार्टी नहीं डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को लोकसभा में जाने से रोका और कभी उनको भारत रत्न नहीं दिया जो दुखद और शर्मनाक है.

  • 2. कांग्रेस अपनी कटु विरोधी पार्टी/संगठनों से लड़ने के बजाए हर जगह उन पार्टियों को ही सदा आघात पहुंचाने का काम करती है जो उन्हें सहयोग/समर्थन देते हैं। कांग्रेस इस प्रकार एससी, एसटी,ओबीसी विरोधी पार्टी है तथा इन वर्गों के आरक्षण के हक के प्रति कभी गंभीर व ईमानदार नहीं रही है।

    — Mayawati (@Mayawati) September 17, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ेंः थावरचंद गहलोत ने सीएम गहलोत से किया आग्रह, प्रदेश में दिव्यांगजनों का आरक्षण 4 से बढ़ाकर 6 प्रतिशत हो

वहीं मायावती के इस ट्वीट के बाद सक्रिय हुई राजस्थान बसपा ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है. राजस्थान बसपा ने ट्वीट करते हुए कहा कि अब कांग्रेस को समाप्त होने से कोई नहीं रोक सकता. अब ना तो कांग्रेस की सरकार दोबारा राजस्थान में बनेगी और ना गहलोत दोबारा मुख्यमंत्री. वहीं बसपा के राजस्थान प्रभारी ने आरोप लगाया कि यह गहलोत की जादूगरी नहीं बल्कि लालच का कमाल है, जो बसपा विधायकों ने अपनी पार्टी छोड़ी.

कांग्रेस गैर भरोसेमंद और धोखेबाज पार्टी : मायावती

राजस्थान बसपा के प्रदेश प्रभारी भगवान सिंह बाबा ने कहा कि कांग्रेस ने एक बार फिर से वही दोहराया है जो पिछली सरकार के समय किया था. उन्होंने कहा कि राजस्थान की गहलोत सरकार ने केवल लालच देकर सभी विधायकों को साथ लिया है. इसके अलावा किसी तरह की नाराजगी बसपा के विधायकों में बसपा से नहीं थी.

  • 3.कांग्रेस हमेशा ही बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर व उनकी मानवतावादी विचारधारा की विरोधी रही। इसी कारण डा अम्बेडकर को देश के पहले कानून मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। कांग्रेस ने उन्हें न तो कभी लोकसभा में चुनकर जाने दिया और न ही भारतरत्न से सम्मानित किया। अति-दुःखद व शर्मनाक।

    — Mayawati (@Mayawati) September 17, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ेंः डूब क्षेत्र के लोगों को उनकी सहमति से किया जाए विस्थापित : बिरला

उन्होंने कहा कि वह पहले भी इस लड़ाई को लड़ चुके हैं और अगर मायावती कहेंगी तो फिर से इस लड़ाई को लड़ने के लिए तैयार हैं. वहीं उन्होंने कहा कि बसपा का वोट किसी विधायक के साथ नहीं होता, केवल पार्टी के साथ होता है. यही कारण है कि साल 2008 में बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए गए विधायकों में से 3 ही जीत पाए. बसपा ने फिर पिछले चुनाव में 3 विधायक अपनी पार्टी के दम पर जितवाए थे. अब एक बार फिर से 16 विधायक पार्टी छोड़ कर गए हैं.

भगवान सिंह ने कहा कि बसपा का वोट केवल बसपा के साथ है और आगामी निकाय चुनाव में कांग्रेस को इसका पता चल जाएगा. जब दलित विरोधी पार्टी को जनता सबक सिखाएगी. सिंह ने कहा कि कांग्रेस को बसपा ने वैसे ही समर्थन दे रखा था. ऐसे में अपनी ही तरह की विचारधारा की पार्टी को समाप्त करने के प्रयास का नतीजा कांग्रेस को भुगतना होगा.

जयपुर. बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी पार्टी के 6 विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है. ट्वीट कर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गैर भरोसेमंद और धोखेबाज पार्टी होने का प्रमाण दे दिया है.

मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह गैर भरोसेमंद और धोखेबाज पार्टी है. इसके साथ ही मायावती ने कांग्रेस पार्टी का दलित विरोधी होने के साथ ही बड़ा आरोप यह लगाया कि कांग्रेस पार्टी नहीं डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को लोकसभा में जाने से रोका और कभी उनको भारत रत्न नहीं दिया जो दुखद और शर्मनाक है.

  • 2. कांग्रेस अपनी कटु विरोधी पार्टी/संगठनों से लड़ने के बजाए हर जगह उन पार्टियों को ही सदा आघात पहुंचाने का काम करती है जो उन्हें सहयोग/समर्थन देते हैं। कांग्रेस इस प्रकार एससी, एसटी,ओबीसी विरोधी पार्टी है तथा इन वर्गों के आरक्षण के हक के प्रति कभी गंभीर व ईमानदार नहीं रही है।

    — Mayawati (@Mayawati) September 17, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

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वहीं मायावती के इस ट्वीट के बाद सक्रिय हुई राजस्थान बसपा ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है. राजस्थान बसपा ने ट्वीट करते हुए कहा कि अब कांग्रेस को समाप्त होने से कोई नहीं रोक सकता. अब ना तो कांग्रेस की सरकार दोबारा राजस्थान में बनेगी और ना गहलोत दोबारा मुख्यमंत्री. वहीं बसपा के राजस्थान प्रभारी ने आरोप लगाया कि यह गहलोत की जादूगरी नहीं बल्कि लालच का कमाल है, जो बसपा विधायकों ने अपनी पार्टी छोड़ी.

कांग्रेस गैर भरोसेमंद और धोखेबाज पार्टी : मायावती

राजस्थान बसपा के प्रदेश प्रभारी भगवान सिंह बाबा ने कहा कि कांग्रेस ने एक बार फिर से वही दोहराया है जो पिछली सरकार के समय किया था. उन्होंने कहा कि राजस्थान की गहलोत सरकार ने केवल लालच देकर सभी विधायकों को साथ लिया है. इसके अलावा किसी तरह की नाराजगी बसपा के विधायकों में बसपा से नहीं थी.

  • 3.कांग्रेस हमेशा ही बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर व उनकी मानवतावादी विचारधारा की विरोधी रही। इसी कारण डा अम्बेडकर को देश के पहले कानून मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। कांग्रेस ने उन्हें न तो कभी लोकसभा में चुनकर जाने दिया और न ही भारतरत्न से सम्मानित किया। अति-दुःखद व शर्मनाक।

    — Mayawati (@Mayawati) September 17, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ेंः डूब क्षेत्र के लोगों को उनकी सहमति से किया जाए विस्थापित : बिरला

उन्होंने कहा कि वह पहले भी इस लड़ाई को लड़ चुके हैं और अगर मायावती कहेंगी तो फिर से इस लड़ाई को लड़ने के लिए तैयार हैं. वहीं उन्होंने कहा कि बसपा का वोट किसी विधायक के साथ नहीं होता, केवल पार्टी के साथ होता है. यही कारण है कि साल 2008 में बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए गए विधायकों में से 3 ही जीत पाए. बसपा ने फिर पिछले चुनाव में 3 विधायक अपनी पार्टी के दम पर जितवाए थे. अब एक बार फिर से 16 विधायक पार्टी छोड़ कर गए हैं.

भगवान सिंह ने कहा कि बसपा का वोट केवल बसपा के साथ है और आगामी निकाय चुनाव में कांग्रेस को इसका पता चल जाएगा. जब दलित विरोधी पार्टी को जनता सबक सिखाएगी. सिंह ने कहा कि कांग्रेस को बसपा ने वैसे ही समर्थन दे रखा था. ऐसे में अपनी ही तरह की विचारधारा की पार्टी को समाप्त करने के प्रयास का नतीजा कांग्रेस को भुगतना होगा.

Intro:बसपा के विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के मामला पर मायावती ने ट्वीट कर जताई नाराजगी बोली कांग्रेस ने दिया गैर भरोसेमंद और धोखेबाज पार्टी होने का प्रमाण नाराज मायावती ने कहा डॉ भीमराव अंबेडकर की मानव वादी विचारधारा की कांग्रेस रही हमेशा विरोधी तभी नेताओं ने लोकसभा में चुनकर जाने दिया नहीं भारत रत्न दिया मायावती के ट्वीट के बाद सक्रिय हुई राजस्थान बसपा बोली अब कांग्रेस को समाप्त होने से कोई नहीं रोक सकता अपना कांग्रेस की सरकार दोबारा राजस्थान में बनेगी ना गहलोत द्वारा मुख्यमंत्री वही बसपा के राजस्थान प्रभारी ने लगाया आरोप यह गहलोत की जादूगरी नहीं बल्कि लालच का कमाल है जो बसपा विधायकों ने बसपा छोड़ कांग्रेस मैं गए


Body:राजस्थान कांग्रेस में बसपा के 6 विधायकों के शामिल हो जाने के बाद मायावती ने जबरदस्त नाराजगी कांग्रेस पार्टी से जताई है मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह गैर भरोसेमंद और धोखेबाज पार्टी है इसके साथ ही मायावती ने कांग्रेस पार्टी का दलित विरोधी होने के साथ ही बड़ा आरोप यह लगाया कि कांग्रेस पार्टी नहीं डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को लोकसभा में जाने से रोका और कभी उनको भारत रत्न नहीं दिया जो दुखद और शर्मनाक है वहीं इस मामले पर आज मायावती के ट्वीट आने के बाद राजस्थान बसपा भी सक्रिय हुई और प्रदेश प्रभारी भगवान सिंह बाबा ने कहा कि कांग्रेस ने एक बार फिर से वही दौरा है जो पिछली सरकार के समय किया था उन्होंने कहा कि राजस्थान की गहलोत सरकार ने केवल लालच देकर सभी विधायकों को साथ लिया है इसके अलावा किसी तरह की नाराजगी बसपा के विधायकों में बसपा से नहीं थी उन्होंने कहा कि वह पहले भी इस लड़ाई को लड़ चुके हैं और अगर मायावती कहेगी तो फिर से इस लड़ाई को लड़ने के लिए तैयार है वहीं उन्होंने कहा कि बसपा का वोट किसी विधायक के साथ नहीं होता है केवल बसपा के साथ होता है यही कारण है कि साल 2008 में बसपा से कांग्रेस में शामिल हो गए विधायकों में से 3 ही जीत पाए और बसपा ने फिर पिछले चुनाव में 3 विधायक अपनी जीत आए थे अब एक बार फिर से 16 विधायक पार्टी छोड़ कर गए हैं लेकिन बसपा का वोट बसपा के साथ है और आगामी निकाय चुनाव में कांग्रेस को इसका पता चल जाएगा जब दलित विरोधी पार्टी को जनता सबक सिखाएगी सिंह ने कहा कि कांग्रेस को बसपा ने वैसे ही समर्थन दे रखा था फिर भी अपनी ही तरह की विचारधारा की पार्टी को समाप्त करने का प्रयास कांग्रेस की ओर से किया जाता है और इसका नतीजा कांग्रेस को भुगतना भी होगा प्रदेश में जब भी चुनाव होंगे तो कांग्रेस की सत्ता में आएगी और नहीं अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बनेंगे राजस्थान बसपा के प्रभारी भगवान सिंह ने कहा कि हर कोई बोल रहा है कि गहलोत की जादूगरी है कि बसपा के विधायक कांग्रेस में शामिल हुए हैं लेकिन हकीकत यह है कि लालच देकर बसपा के विधायकों को साथ में मिलाने का काम गहलोत ने किया है
121 भगवान सिंह बाबा प्रदेश प्रभारी राजस्थान बसपा


Conclusion:
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