जयपुर. एआईसीसी के निर्देश पर एससी/एसटी की पदोन्नति आरक्षण पर केंद्र सरकार के विरोध में राजस्थान कांग्रेस की ओर से जो धरना दिया गया था. वह राजस्थान के परिवहन मंत्री और जयपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास के लिए मुसीबत बन गया है.
सोशल मीडिया पर उनके इस्तीफे की मांग हो गई है और उसमें कारण बना है उनकी वह बात, जिसमें उन्होंने मंच पर बोलने के दौरान टोकने पर विधायक मुरारी लाल मीणा को बोल दी थी. दरअसल, कांग्रेस के धरने के दौरान जब प्रताप सिंह खाचरियावास बोल रहे थे. ऐसे में अचानक विधायक मुरारी लाल मीणा ने कहा कि वह एससी/एसटी को लेकर भी कुछ बात रखें. इस पर सिंह ने मुरारी लाल मीणा को कहा कि उन्हें पता है कि उन्हें क्या बोलना है. आप थोड़े तय करोगे कि मुझे क्या बोलना है.
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इतना सुनने के बाद मुरारी लाल मीणा तो बैठ गए, लेकिन अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया. ट्विटर पर खाचरियावास इस्तीफा दो रविवार देर रात तक ट्रेंड करता रहा. 37 हजार से ज्यादा लोगों ने इस हैशटैग के साथ ट्वीट किया. इस मामले में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सोमवार को कहा कि मुरारी लाल मीणा और वह अच्छे मित्र हैं, वो उन दोनों के बीच की बात थी. खाचरियावास ने कहा कि वह हमेशा आरक्षण के पक्षधर हैं और उन्हीं के नेतृत्व में रविवार को यह धरना हुआ था. लेकिन इसके बाद भी अगर किसी को उनकी बात का बुरा लगा तो वह इसके लिए खेद प्रकट करते हैं.