जयपुर. राजस्थान में चुनाव नजदीक आने के साथ सामाजिक संगठन भी सरकार पर अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने लग गए हैं. राजधानी जयपुर में माली सैनी समाज ने 12 फीसदी आरक्षण सहित (Mali society demand 12 percent reservation) 11 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन का बिगुल बजा दिया है. बड़ी संख्या में आज समाज को लोगों ने एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया है.
12 प्रतिशत आरक्षण की मांग
फुले आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सैनी ने कहा कि प्रदेश में माली समाज 15 फीसदी है जो बहुत पिछड़ा होने के साथ ही गरीब और असहाय है. फिर भी समाज केवल 12 फीसदी ही आरक्षण मांग रहा है. उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक आरक्षण नहीं मिलेगा तब तक आर-पार की लड़ाई जारी रहेगी. आज भी हमारा प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री निवास पर वार्ता के लिए गया है. सकारत्मक जवाब नहीं मिला तो विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया (वीकेआई) -12 पर समाज जाम लगाएगा.
उन्होंने कहा कि लगातार समाज 10 साल आरक्षण सहित अपनी छोटी-छोटी मांगों को लेकर आंदोलन (Mali society Maharally) कर रहा है, लेकिन प्रदेश में जो भी सरकार रही हो उसने वोट बैंक की राजनीति ही की है. अब समाज किसी भी तरह के झांसे में नहीं आने वाला है. उन्होंने कहा कि पूर्व में माली समाज ने 25 फरवरी 2022 को विधानसभा घेराव किया था लेकिन उस दिन सरकार ने आश्वासन देकर भेज दिया था, लेकिन अब कोरे आश्वासन से काम नहीं चलेगा.
सैनी माली समाज को अलग से 12 प्रतिशत आरक्षण, महात्मा फूले कल्याण बोर्ड का गठन, महात्मा फूले फाउंडेशन बनाने, ठेले लगाने वाले समाज के बंधुओं को स्थाई जगह देने, महात्मा फूले बागवानी विकास बोर्ड का गठन करने समेत अन्य मांगें हैं.