जयपुर. लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने गुरुवार को अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ दो अलग-अलग बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. पहली कार्रवाई में स्टेट क्राइम ब्रांच ने जयपुर अजमेर सीमा पर 101 किलो अफीम डोडा पोस्त पकड़ी. बता दें कि एडीजी क्राइम बीएल सोनी के निर्देशन में पुलिस की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया.
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साथ ही 2 तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. बता दें कि बोलेरो पिकअप में गेहूं की बोरियों के बीच में अवैध मादक पदार्थों को छुपाकर तस्करी की जा रही थी. कोरोना वायरस की महामारी के बीच भी स्टेट क्राइम ब्रांच की मुस्तैदी से अवैध मादक पदार्थ पकड़े गए.
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कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने मादक पदार्थों के साथ दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
वहीं दूसरी कार्रवाई जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने की. बता दें कि टीम ने खोनागोरियां थाना इलाके में दो मादक पदार्थ तस्करों को गिरफ्तार किया. साथ ही आरोपियों के कब्जे से 82 गांजा पुड़िया भी बरामद की. कोरोना की आड़ में लॉकडाउन के दौरान आरोपी गांजा की सप्लाई कर रहे थे.
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पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम और खोनागोरियां थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए अवैध मादक पदार्थों की सप्लाई के मामले में आरोपी कृष्णचंद मीणा और दिनेश को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से गांजे की 82 पुड़िया बरामद की गई है. जिनका वजन 195 ग्राम है. साथ ही तस्करी के उपयोग में ली गई एक मोटरसाइकिल को भी जब्त किया है.
वहीं आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि वह मूल रूप से जयपुर के रहने वाले हैं. छोटी-छोटी पुड़िया बनाकर लॉकडाउन के दौरान अपने विश्वस्त ग्राहकों को बेचने के लिए जा रहे थे. आरोपी प्रत्येक पुड़िया को 500 से 700 रुपये के हिसाब से बेच रहे थे. पूछताछ में यह भी सामने आया है कि लॉकडाउन के दौरान नशे के आदी लोगों को मादक पदार्थ गांजा नहीं मिलने के कारण अधिक मुनाफा कमाने के लालच में तस्करी करने की योजना बनाई गई थी.
साथ ही पता चला है कि आरोपियों द्वारा लॉकडाउन के दौरान प्रॉपर्टी की दुकान की आड़ में तस्करी का धंधा किया जा रहा था. लॉकडाउन के दौरान मादक पदार्थ गांजे की छोटी-छोटी पुड़िया बना कर अधिक से अधिक मुनाफा कमाने के उद्देश्य से काम किया जा रहा था.