जयपुर. मदरसा पैराटीचर्स ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ गुरुवार को मोर्चा खोल दिया. सरकार को उसका वादा याद दिलाने के लिए मदरसा पैराटीचर्स और अन्य संगठनों ने गुरुवार को सिविल लाइन्स फाटक का घेराव किया किया. मदरसा पैराटीचर्स का नेतृत्व कर रहे दांडी यात्रा के संयोजक शमशेर भालू खान ने सरकार को अल्यटीमेटम दिया है कि यदि गुरुवार रात 8 बजे तक मदरसा पैराटीचर्स को नियमित नहीं किया जाते हैं तो वे फिर से उदयपुर से अपनी स्थगित की गई दांडी यात्रा को शुरू करेंगे.
पढे़ं-पीएम मोदी ने जयपुर के 'सिपेट' का उद्घाटन किया, चार चिकित्सा महाविद्यालयों की आधारशिला रखी
सिविल लाइंस फाटक पर प्रदर्शन
मदरसा पैराटीचर्स काफी सालों से खुद को नियमित करने की मांग कर रहे हैं. हजारों मदरसा पैराटीचर्स और अन्य संगठनों ने सरकार को 30 सितंबर तक का अल्टीमेटम दिया था. सरकार को समझौते को पूरा करने का वादा याद दिलाने के लिए मदरसा पैरा टीचर्स दांडी यात्रा के संयोजक शमशेर भालू खान और राजस्थान मदरसा शिक्षा सहयोगी संघ के प्रदेश अध्यक्ष आजम खान पठान के नेतृत्व में सिविल लाइंस फाटक पहुंचे. मदरसा पैराटीचर्स के साथ राजीव गांधी मदरसा टीचर और शिक्षाकर्मी भी थे. ये सभी लोग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने की जिद कर रहे थे.
शमशेर भालू खान ने कहा कि हमें मुख्यमंत्री के अलावा किसी और से बात नहीं करेंगे. यदि गुरुवार रात 8 बजे तक सरकार नियुक्ति आदेश जारी नहीं करती है तो वे फिर से उदयपुर से अपनी स्थगित की गई दांडी यात्रा को 2 अक्टूबर से शुरू करेंगे. उन्होंने कहा कि इस बार उनके साथ मदरसा टीचर्स, राजीव गांधी मदरसा टीचर, और शिक्षक कर्मी भी साथ रहेंगे.
पढ़ें-बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए 6 विधायकों की सदस्यता जाने पर 'पायलट' ही गहलोत सरकार के खेवनहार
मुख्यमंत्री की ओर से किया था नियमित करने का वादा
बता दें कि उर्दू शिक्षा को बचाने और मदरसा पैराटीचर्स को नियमित करने की मांग को लेकर शमशेर सिंह ने चूरू से दांडी यात्रा शुरू की थी. जयपुर में हुई वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री की ओर से वादा किया गया कि 30 सितंबर से पहले सभी मदरसा पैरा टीचर्स, राजीव गांधी पैराटीचर्स और शिक्षा कर्मियों को नियमित कर दिया जाएगा.
लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई नियुक्ति आदेश जारी नहीं किया गया है. यदि सरकार 8 बजे तक हमें नियुक्ति आदेश दे देती है तब तो ठीक है नहीं तो हम उदयपुर के लिए रवाना होंगे और 2 अक्टूबर से फिर से दांडी यात्रा शुरू करेंगे. तब चाहे सरकार हमें डंडा मारे या जेल भेजे, हम मानने वाले नहीं है. पटेल सर्किल से 2 अक्टूबर से दांडी यात्रा फिर से शुरू की जाएगी.