जयपुर. सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण कार्तिक पूर्णिमा 19 नवंबर को होने जा रहा है. यह खंडग्रास चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse 2021) वृषभ राशि और कृतिका नक्षत्र में लगेगा. इस आंशिक चंद्रग्रहण की अवधि 3 घंटे 28 मिनट और 24 सेकंड्स की होगी. इससे पहले इतना लंबा चंद्रग्रहण 18 फरवरी 1440 में पड़ा था. यानी कि इतनी लंबी अवधि का यह आंशिक चंद्रग्रहण 580 वर्षों बाद पड़ रहा है. ऐसे ही लंबी अवधि का चंद्रग्रहण 8 फरवरी 2669 में पड़ेगा. राजस्थान में यह चंद्रग्रहण दिखाई नहीं देगा.
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना है. वहीं, धार्मिक दृष्टिकोण में भी इसके अपने प्रभाव हैं. धार्मिक रूप से देखा जाए तो ग्रहण को ज्यादातर अशुभ फल देने वाला माना जाता है. इसी के चलते ग्रहण के दौरान और सूतक काल में कई कार्य निषेध माने गए हैं. भारतीय समय के अनुसार चंद्रग्रहण 19 नवंबर को सुबह 11:34 बजे से आरंभ होगा और इसका समापन शाम 5:33 बजे होगा.
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हालांकि, ज्योतिषियों का कहना है कि जहां ग्रहण दिखाई नहीं देता है, वहां सूतक भी मान्य नहीं होता है. ज्योतिर्विद श्रीराम गुर्जर का कहना है कि चंद्रग्रहण वृषभ राशि में लग रहा है. चूंकि इस समय वृषभ राशि में राहु का गोचर चल रहा है. इसलिए इस चंद्रग्रहण का सबसे अधिक प्रभाव वृषभ राशि पर दिखाई देगा. यह चंद्रग्रहण भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम और अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सो में दिखाई देगा. राजस्थान में यह चंद्रग्रहण दिखाई नहीं देगा.