जयपुर. सिख समाज का प्रमुख त्योहार लोहड़ी मकर संक्रांति से एक दिन पहले यानी बुधवार को मनाया जाएगा. पंजाबी परंपराओं के मुताबिक लोहड़ी के दिन ही किसान अपने घरों में नई फसल को भगवान को अर्पित करते है और पूजा-पाठ के बाद अगले दिन किसानों का वित्तीय नववर्ष शुरू होता है. वहीं इस पर्व के साथ ही पोष माह भी समाप्त होकर माघ महीना शुरू हो जाएगा.
लोहड़ी का त्योहार विशेष रूप से उत्तर भारत के प्रसिद्ध पर्वों में से एक है. आमतौर पर इसे शरद ऋतु के अंत और मकर संक्रांति से एक दिन पहले मनाया जाता है. इस दिन श्रीकृष्ण, आदिशक्ति और अग्निदेव की विशेष तौर पर पूजा की जाती है. वहीं लोग लोहड़ी की पवित्र अग्नि में गुड़, गजक, मूंगफली डालकर इसके चारों ओर परिक्रमा देते हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से महादेवी की कृपा जातक पर पूरे वर्ष बनी रहती है. साथ ही धन धान्य की कमी नहीं होती है.
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वैसे तो बड़े स्तर पर देशभर में लोहड़ी पर्व मनाया जाएगा. वहीं जयपुर के राजापार्क में भी राजस्थान पंजाबी महासभा की ओर से लोहड़ी उत्सव का आयोजन होगा. इसमें बड़ी संख्या में शहरभर से सिख समाज के लोग शामिल होंगे. हालांकि कोरोना महामारी को देखते हुए पंजाबी समाज के परंपरागत त्योहार के अवसर पर कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए केवल लोहड़ी पूजन किया जाएगा.