जयपुर. राजस्थान में टिड्डी दल का आतंक अभी पश्चिम राजस्थान को अपनी जद में लिए हुए हैं. पश्चिम राजस्थान का किसान टिड्डी दल के आतंक से खौफ में है तो वहीं किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए करवाई गई विशेष गिरदावरी की रिपोर्ट भी आ चुकी है.
सरकारी आंकड़ों के हिसाब से करीब 1 लाख 60 हजार हेक्टेयर फसल में खराबा हुआ है. चुनाव आयोग से परमिशन लेकर अब किसानों को फसल का मुआवजा सीधे किसानों के अकाउंट में डालना शुरू कर दिया गया है.
टिड्डी दलों के हमले के बाद कई जिलों का दौरा कर चुके प्रदेश के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि सबसे ज्यादा नुकसान जैसलमेर में हुआ है. जहां 3000 स्क्वायर फीट इलाके में टिड्डी का ट्रीटमेंट किया गया है. अकेले जैसलमेर में 52000 हेक्टेयर में फसल का नुकसान हुआ है. वहीं कई इलाकों के किसानों की ओर से यह शिकायत भी आ रही है कि उनकी फसल के नुकसान को गिरदावरी रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया है.
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मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि अगर किसी खेत में नुकसान को नहीं दर्शाया गया है तो वह संबंधित राजस्व अधिकारी या फिर खुद मुझे इस बारे में जानकारी दे सकता है. उन्होंने बताया अब भी टिड्डी दल पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जैसलमेर और गंगानगर जिलों में सक्रिय है. ऐसे में इन इलाकों की गिरदावरी रेगुलर गिरदावरी में कर ली जाएगी और हर प्रभावित किसान को मुआवजा दिया जाएगा.
फसल खराबा ज्यादा, मुआवजा कम : हरीश चौधरी
टिड्डी दलों के हमले से राजस्थान में किसानों को भारी नुकसान हुआ है. एसडीआरएफ की ओर से जो मुआवजा किसानों को दिया जा रहा है वह केवल 2 हेक्टर पर 13 हजार 500 रुपए प्रति हेक्टर के हिसाब से दिया जा रहा है. मंत्री हरीश चौधरी ने माना कि एसडीआरएफ जो मुआवजा देती है उसमें केंद्र और राज्य सरकार दोनों का हिस्सा होता है. लेकिन यह मुआवजा किसानों के लिए नाकाफी है. ऐसे में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है कि इस मुआवजे को बढ़ाया जाए ताकि किसानों को लाभ मिल सके.
आइए नजर डालते हैं सात जिलों की गिरदावरी रिपोर्ट पर
- जैसलमेर जिले में 52 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें प्रभावित हुई हैं जिससे 20 हजार किसानों को नुकसान हुआ है.
- बीकानेर जिले में 4000 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को नुकसान हुआ है और 1350 किसान प्रभावित हुए हैं.
- जोधपुर में 550 किसानों की 400 हेक्टेयर क्षेत्र में खड़ी फसल को नुकसान हुआ है
- जालौर में 50000 हेक्टेयर में फसल प्रभावित हुई है और 37000 किसानों को नुकसान हुआ है.
- पाली में 175 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है जिससे 100 किसानों को नुकसान हुआ है.
- श्री गंगानगर जिले में 13000 हेक्टेयर फसल को नुकसान हुआ है जिससे 35 किसान प्रभावित हैं.
- वहीं बाड़मेर में 38000 हेक्टेयर फसल को टिड्डी दलों के हमले से नुकसान पहंचा है.