जयपुर. कोरोना वायरस को लेकर लॉक डाउन ने बहुत से लोगों के रोजगार का लॉक डाउन कर दिया है. ये वो लोग हैं, जो रोजाना कमाते और खाते थे. फिर भी वो महामारी से निपटने में प्रशासन और सरकार के साथ खड़े हैं. ऐसे लोगों के सामने राशन का संकट खड़ा नहीं हो, इसलिए समाजसेवी और स्वयंसेवी संस्थाओं ने मदद का हाथ बढ़ाया है.
बता दें कि ऐसे ही एक परिवार हैं, जो अपने लॉक डाउन के दौरान बंद हुए रेस्टोरेंट से हर दिन जरूरतमंदों के लिए खाना बना कर उनके पास पहुंचा रहा है. इतना ही नहीं यह परिवार कोरोना योद्धाओं को भी खाद्य सामग्री उपब्ध करा रहे हैं.
समाजसेवी पवन पुरोहित और नरेश पुरोहित अपने परिवार के साथ हर दिन लोगों के लिए खाना बना कर जरूरतमंद लोगों को चिन्हित कर उनके पास पहुंचा रहे हैं. ताकि महामारी के बीच भुखमरी जैसी दूसरी बीमारी न फैले. इतना ही नहीं कोरोना के बीच ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों के लिए भी इन्होंने खाने की व्यवस्था की है.
कोरोना के कारण लॉक डाउन घोषित होने के बाद से ही लोगों ने मदद का हाथ बढ़ाना शुरू कर दिया. नेकी का यह काम शहर में ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी लोग कर रहे हैं. अभी तक कई जरूरतमंद परिवारों के घर समाजसेवी लोग राशन पहुंचा चुके हैं.
पवन पुरोहित का कहना है कि जब पहले दिन जयपुर में लॉक डाउन हुआ तो उस दिन 2 व्यक्ति जो मजदूर वर्ग के थे, वो उनके रेस्टोरंट के बाहर आकर खाना मांगने लगे. साथ में उन्होंने कहा कि उनके पास पैसे नहीं है, तब उन्हें लगा कि इस तरह के कई लोग हैं जो रोजगार से डाउन हो चुके हैं. इसके बाद उन्होंने तय किया कि उनका रेस्टोरेंट भले ही बाहर से बंद हो जाएगा, लेकिन अंदर उसमें खाना बनाने का काम जारी रहेगा.
पुरोहित का कहना है कि प्रत्येक दिन वे 400 से 500 पैकेट खाना तैयार कर सुबह-शाम जरूरत मंदों के पास पहुंचा रहे हैं. साथ ही लॉक डाउन को सफल बनाने में दिन-रात मुस्तैदी के साथ काम कर रहे पुलिस जवान और अस्पताल के स्टाफ के लिए भी खाना यही से तैयार होकर जा रहा है.