जयपुर. आबकारी विभाग राज्य सरकार की आय का प्रमुख स्रोत है. प्रदेश में नई गाइडलाइन के तहत शराब की दुकानों को सुबह 6 बजे से 11 बजे तक खोलने की छूट दी गई है. सरकार की नई गाइडलाइन से शराब कारोबारियों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. राजधानी जयपुर में शराब कारोबारियों ने सोमवार को शराब की दुकानें बंद करके विरोध जताया है और सरकार से दुकान खोलने के समय में छूट देने की मांग की है.
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शराब कारोबारियों ने चेतावनी दी है कि सरकार ने छूट नहीं दी तो शराब कारोबारी दुकानें नहीं खोलेंगे. इससे सरकार को भी राजस्व का नुकसान होगा. शराब कारोबारियों का कहना है कि केवल 5 घंटे में गारंटी का माल कैसे बेच सकते हैं. सुबह कोई भी खरीददार नहीं होते हैं, शराब की बिक्री शाम के समय ज्यादा होती है. या तो शराब की दुकानों को पूरे दिन बंद कर दी जाए और शराब बिक्री पर लगने वाली पेनल्टी पर छूट दी जाए. शराब की दुकानों पर सेल्समैन कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से उनके लिए कोई भी राहत नहीं दी जा रही है.
राजस्थान लिकर वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष निलेश मेवाड़ा ने बताया कि जयपुर में सोमवार को शराब कारोबारियों ने अपनी दुकानें नहीं खोली. सरकार की ओर से सुबह 6 बजे से 11 बजे तक का समय तय किया गया था, लेकिन दुकानें नहीं खुली. कोरोना के इस कठिन दौर में शराब कारोबारियों ने करोड़ों रुपए की बोली लगाकर शराब की दुकानों को लिया है. राज्य सरकार मात्र 5 घंटे के लिए दुकान खोलने की अनुमति दे रही है, ऐसे में उन्हें कम शराब बिक्री पर लगने वाली पेनल्टी पर भी छूट दी जाए.
मेवाड़ा ने कहा कि इस दोहरी मार से बचने के लिए सोमवार से जयपुर की दुकानें और मंगलवार से संपूर्ण प्रदेश में भी शराब की दुकानें बंद रहेगी. राज्य सरकार को कई बार इस बारे में अवगत करा दिया है, लेकिन कोई राहत नहीं मिली है.