जयपुर. सीएम गहलोत सोमवार को प्रदेश के 5 प्रमुख पर्यटक स्थलों पर (Light and Sound Show Inaugurated in Rajasthan) आकर्षक लाइट एंड साउंड शो के लोकार्पण किया. वीडियो कॉन्फ्रेंस (VC) के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जयपुर के प्रमुख धार्मिक स्थल गोविंद देव जी मंदिर परिसर स्थित जयनिवास उद्यान, मेड़ता में मीराबाई स्मारक, चित्तौड़गढ़ के विश्व विख्यात दुर्ग, धौलपुर के मचकुंड में आकर्षक लाइट एंड साउंड शो तथा जैसलमेर की ऐतिहासिक गड़सीसर झील में लेजर वाटर शो का लोकार्पण किया.
इस मौके पर गहलोत ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में राजस्थान की देश और दुनिया में विशिष्ट पहचान है. बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक यहां की मनभावन संस्कृति, किलों, महलों, बावड़ियों तथा वाइल्ड लाइफ, डेजर्ट आदि से जुड़े आकर्षक स्थलों को देखने आते हैं. रोजगार में पर्यटन उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका है. लाखों लोगों की आजीविका इससे जुड़ी हुई है. दुनिया के कई मुल्कों की अर्थव्यवस्था पर्यटन उद्योग पर निर्भर करती है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक, वाइल्ड लाइफ, ट्राइबल, डेजर्ट पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए (Tourist Places in Rajasthan) नए-नए सर्किट जोड़ने के साथ ही सभी प्रमुख धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों पर विकास के कार्य किए जा रहे हैं. कोरोना महामारी से प्रभावित इस उद्योग को संबल देने में भी सरकार कोई कमी नहीं रख रही है. कोविड के कारण पूरी दुनिया में वेलनेस टूरिज्म और इससे जुड़ी गतिविधियों का महत्व बढ़ा है. प्रदेश में भी इस टूरिज्म को प्रोत्साहित करने पर काम हो रहा है.
गहलोत ने कहा कि राज्य की नई पर्यटन नीति, पेइंग गेस्ट हाउस स्कीम, कोरोना की विषम परिस्थितियों से प्रभावित पर्यटन उद्यमियों को आर्थिक संबल देने के लिए मुख्यमंत्री संबल योजना, गाइडों का मानदेय तीन गुना तक बढ़ाने जैसे सकारात्मक निर्णयों से इस सेक्टर में आत्मविश्वास लौटा है. यह खुशी की बात है कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद (Corona Second Wave) प्रदेश के पर्यटक स्थानों पर सैलानियों की संख्या (Number of Tourists in Rajasthan) बढ़ी है. इसके बावजूद हमें मास्क पहनने, वैक्सीनेशन आदि सुरक्षात्मक उपायों को अपनाते हुए कोई ढिलाई नहीं बरतनी है.