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राजस्थान : निकायों में चेयरमैन के लिए नामांकन का अंतिम दिन...वार्ड मेंबरों की हुई बाड़ेबंदी

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Published : Dec 15, 2020, 3:13 PM IST

राजस्थान निकाय चुनाव में नामांकन का मंगलवार को अंतिम दिन है. बोर्ड बनाने के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों ही एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. कांग्रेस-भाजपा और उनके समर्थक वार्ड मेंबर 21 दिसंबर तक बाड़ेबंदी में रहेंगे.

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निकायों में चेयरमैन के लिए आज नामांकन का अंतिम दिन

जयपुर. प्रदेश के 12 जिलों के 50 स्थानीय निकायों में वार्ड मेंबर्स के चुनाव संपन्न हो चुके हैं. अब हर किसी की नजर स्थानीय निकायों में सभापति और चेयरमैन पद पर है. सभी स्थानीय निकायों में चेयरमैन पद के लिए नामांकन का मंगलवार को अंतिम दिन है. दोपहर तक यह काफी हद तक साफ हो जाएगा कि किस निकाय में कांग्रेस का बोर्ड बनेगा और किस निकाय में कौन बाजी मारेगा.

अब निर्दलीयों को साथ लेने के लिए दोनों ही पार्टियों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. पार्टियों ने अपने पार्षदों को नतीजे आते ही बाड़ेबंदी में रख दिया है तो वहीं निर्दलीयों से संपर्क साधने में दोनों पार्टियों के नेता अब जुट गए हैं. जिन निकायों में दोनों पार्टियों को पूर्ण बहुमत है, वहां चेयरमैन पद का फैसला स्थानीय नेताओं पर छोड़ा गया है और ये स्थानीय नेता वार्ड मेंबर्स के साथ चर्चा कर चेयरमैन के नामों की घोषणा करेंगे. 42 नगर पालिका और 7 नगर परिषद मिलाकर कुल 50 स्थानीय निकायों में चुनाव हुए थे. जिनमें से 15 निकायों में कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला है तो 5 में भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है.

यह भी पढ़ें. संयम लोढ़ा ने लिखा गहलोत को पत्र, की ये मांग...

बता दें कि 10 निकायों में निर्दलीयों के पास बहुमत है. वहीं 21 स्थानीय निकाय ऐसे हैं, जहां निर्दलीय यह तय करेंगे कि बोर्ड किसका बनेगा. ऐसे में भाजपा हो या कांग्रेस इन निर्दलीयों को अपने साथ लाने में जुट गई है. कांग्रेस पार्टी की नजर अब उन 31 निकायों पर है जहां वो बहुमत से दूर है, लेकिन निर्दलीयों के साथ मिलकर बोर्ड बना सकती है. अब यहां बोर्ड बनाने के लिए निर्दलीयों को साधने की जिम्मेदारी सत्ता और संगठन के विधायकों और मंत्रियों को दे दी गई है.

मंत्री और विधायकों को निर्दलीयों को साधने की जिम्मेदारी...

मंत्री राजेंद्र यादव को कोटपूतली, मंत्री परसादी लाल मीणा को लालसोट, मंत्री प्रमोद जैन भाया अंता मंत्री लालचंद कटारिया को जोबनेर की जिम्मेदारी दी गई है. इस तरीके से कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह को डीग, कुम्हेर, नदबई ,कामा और नगर जैसी पालिकाओं में कांग्रेस का बोर्ड बनवाने की जिम्मेदारी दी गई है. विश्वेंद्र सिंह ने भरतपुर के डीग ओर कुम्हेर की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

वहीं, बाकी विधायकों को उनकी पालिकाओं की जिम्मेदारी दी गई है, क्योंकि कांग्रेस चाहती है कि जिन पालिकाओं में उसके पास बहुमत नहीं है और निर्दलीय वार्ड मेंबर ज्यादा है, वहां भी कांग्रेस का चेयरमैन बने. ऐसे में कांग्रेस विधायक और मंत्री निर्दलीय वार्ड मेंबर्स की मान मनुहार में लग गए हैं.

जयपुर. प्रदेश के 12 जिलों के 50 स्थानीय निकायों में वार्ड मेंबर्स के चुनाव संपन्न हो चुके हैं. अब हर किसी की नजर स्थानीय निकायों में सभापति और चेयरमैन पद पर है. सभी स्थानीय निकायों में चेयरमैन पद के लिए नामांकन का मंगलवार को अंतिम दिन है. दोपहर तक यह काफी हद तक साफ हो जाएगा कि किस निकाय में कांग्रेस का बोर्ड बनेगा और किस निकाय में कौन बाजी मारेगा.

अब निर्दलीयों को साथ लेने के लिए दोनों ही पार्टियों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. पार्टियों ने अपने पार्षदों को नतीजे आते ही बाड़ेबंदी में रख दिया है तो वहीं निर्दलीयों से संपर्क साधने में दोनों पार्टियों के नेता अब जुट गए हैं. जिन निकायों में दोनों पार्टियों को पूर्ण बहुमत है, वहां चेयरमैन पद का फैसला स्थानीय नेताओं पर छोड़ा गया है और ये स्थानीय नेता वार्ड मेंबर्स के साथ चर्चा कर चेयरमैन के नामों की घोषणा करेंगे. 42 नगर पालिका और 7 नगर परिषद मिलाकर कुल 50 स्थानीय निकायों में चुनाव हुए थे. जिनमें से 15 निकायों में कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला है तो 5 में भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है.

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बता दें कि 10 निकायों में निर्दलीयों के पास बहुमत है. वहीं 21 स्थानीय निकाय ऐसे हैं, जहां निर्दलीय यह तय करेंगे कि बोर्ड किसका बनेगा. ऐसे में भाजपा हो या कांग्रेस इन निर्दलीयों को अपने साथ लाने में जुट गई है. कांग्रेस पार्टी की नजर अब उन 31 निकायों पर है जहां वो बहुमत से दूर है, लेकिन निर्दलीयों के साथ मिलकर बोर्ड बना सकती है. अब यहां बोर्ड बनाने के लिए निर्दलीयों को साधने की जिम्मेदारी सत्ता और संगठन के विधायकों और मंत्रियों को दे दी गई है.

मंत्री और विधायकों को निर्दलीयों को साधने की जिम्मेदारी...

मंत्री राजेंद्र यादव को कोटपूतली, मंत्री परसादी लाल मीणा को लालसोट, मंत्री प्रमोद जैन भाया अंता मंत्री लालचंद कटारिया को जोबनेर की जिम्मेदारी दी गई है. इस तरीके से कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह को डीग, कुम्हेर, नदबई ,कामा और नगर जैसी पालिकाओं में कांग्रेस का बोर्ड बनवाने की जिम्मेदारी दी गई है. विश्वेंद्र सिंह ने भरतपुर के डीग ओर कुम्हेर की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

वहीं, बाकी विधायकों को उनकी पालिकाओं की जिम्मेदारी दी गई है, क्योंकि कांग्रेस चाहती है कि जिन पालिकाओं में उसके पास बहुमत नहीं है और निर्दलीय वार्ड मेंबर ज्यादा है, वहां भी कांग्रेस का चेयरमैन बने. ऐसे में कांग्रेस विधायक और मंत्री निर्दलीय वार्ड मेंबर्स की मान मनुहार में लग गए हैं.

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