जयपुर. राजधानी में 10 श्रमिक संगठनों के संयुक्त आह्वान पर रविवार को शहीद स्मारक पर विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में इस प्रदर्शन में लोगों ने भाग लिया और केंद्र की नीतियों को लेकर विरोध जताया. 10 श्रमिक संगठनों के संयुक्त आह्वान पर रविवार को पूरे देश में जेल भरो सत्याग्रह, प्रदर्शन, धरने आदि का संयुक्त कार्यक्रम रहा. इस कार्यक्रम में केंद्रीय श्रम संगठन की ओर से 12 सूत्री मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया.
जयपुर में शहीद स्मारक पर केंद्रीय श्रम संगठन सीटू, इंटक, एटक, एचएमएस और आर सीटू के अलावा बैंक, एलआईसी और केंद्रीय कर्मचारियों के साथी जमा हुए. शहीद स्मारक पर हुए प्रदर्शन में केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई. सभी वक्ताओं ने देश के वर्तमान हालात और कोरोना की आड़ में मजदूरों पर हो रहे हमले, आम जनता को हो रही भारी परेशानियों, कोरोना की वजह से देश में 14 करोड़ से भी ज्यादा लोगों का रोजगार जाने के बारे में जानकारी दी गई.
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वक्ताओं ने कहा कि मोदी के दोस्त अंबानी दुनिया के चौथे नंबर के पूंजीपति बन गए हैं. एक तरफ देश में तबाही मची हुई है. दूसरी तरफ चौथे नंबर पर धन्ना सेठ बन चुके हैं. देश के केंद्रीय सरकारी संस्थानों को बेचा जा रहा है. इन सब के खिलाफ लगातार संघर्ष जारी है और आगे भी जारी रहेगा.
सभी संगठनों के नेताओं ने केंद्र की आर्थिक नीतियों का भी विरोध जताया. उन्होंने कहा कि केंद्र की आर्थिक नीतियों के कारण देश की आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है, और कोविड-19 में आर्थिक स्थिति और भी ज्यादा डामाडोल हो गई है.