जयपुर. राजस्थान में होने वाले पंच सरपंच के चुनाव की तारीख का ऐलान हो गया. इसके साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता भी लग गई है. अब ऐसे में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां इन चुनावों में अपने समर्थित उम्मीदवारों को जिताने का भरसक प्रयास करेगी.
हालांकि, सरपंच के चुनाव में भाजपा या कांग्रेस अपने सिंबल नहीं देती है. लेकिन प्रत्याशी पार्टियों के समर्थित जरूर होते हैं. ऐसे में दोनों पार्टियां प्रयास करेगी कि उनके समर्थकों को जीत मिले. लेकिन कांग्रेस पार्टी वर्तमान में सरकार में है और इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी को गांव की पार्टी भी माना जाता है ऐसे में कांग्रेस को इन चुनावों में ज्यादा उम्मीद होगी कि उनके समर्थित उम्मीदवार ज्यादा संख्या में जीत कर आएं.
पंचायत चुनाव में जीत को लेकर गुरुवार को श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने दावा किया है कि कांग्रेस समर्थित पंचायतों में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश की जनता राजस्थान सरकार के कामकाज से खुश है और अशोक गहलोत के नेतृत्व में सभी विभागों ने अच्छा काम किया है.
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मंत्री ने कहा कि अभी 1 साल का कार्यकाल पूरा हुआ है. जिसमें आधा कार्यकाल आचार संहिता की भेंट चढ़ने के बाद भी सरकार ने जनता के लिए बेहतरीन काम किया है. उसी का नतीजा है कि निकाय चुनाव के अंदर कांग्रेस को सफलता मिली और अब उसी तरीके से पंचायती राज चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी समर्थित उम्मीदवार जीत दर्ज करेंगे.