जयपुर. प्रदेश में चिकित्सकों की भर्ती के लिए आयोजित की गई ऑनलाइन परीक्षा का पेपर आउट करने के आरोप में राजधानी की शिप्रापथ थाना पुलिस की ओर से एक कंप्यूटर लैब संचालक को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी ने एक सॉफ्टवेयर की मदद से परीक्षार्थी की ऑनलाइन पेपर स्क्रीन को लैब के दूसरे कंप्यूटर पर एक्सेस कर पेपर का स्क्रीनशॉट लेकर उसे वायरल किया था.
पेपर का स्क्रीनशॉट वायरस होने के बाद पुलिस कमिश्नरेट की साइबर सेल की ओर से इसकी जांच की गई और साइबर एक्सपर्ट्स की मदद से पुलिस आरोपी तक पहुंचने में कामयाब हुई. शिप्रापथ थाना अधिकारी खलील अहमद खिलजी ने बताया कि 12 जुलाई 2020 को चिकित्सकों के 2000 पदों के लिए ऑनलाइन चिकित्सक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया. जिसमें 4000 परीक्षार्थियों ने ऑनलाइन परीक्षा दी. इस दौरान शिप्रापथ थाना इलाके में स्थित विलफ्रेड स्कूल के पास स्थित कंप्यूटर लैब से एक महिला परीक्षार्थी के पेपर के स्क्रीनशॉट को वायरल किया गया.
पढ़ेंः शाहबाद में प्लास्टिक और लोहे की पाइप के गोदाम में लगी भीषण आग, लाखों का सामान जलकर खाक
ऑनलाइन परीक्षा शुरू होने के महज कुछ ही मिनट में पेपर आउट हो गया और इसकी शिकायत पुलिस को की गई. पुलिस की साइबर सेल और साइबर एक्सपर्ट्स ने जब इस पूरे प्रकरण की जांच की तो यह पाया गया कि महिला परीक्षार्थी का पेपर कंप्यूटर लैब संचालक विक्रांत शर्मा ने आउट किया है. आरोपी ने परीक्षार्थी के कंप्यूटर में एक सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने के बाद उस कंप्यूटर की स्क्रीन का पूरा एक्सेस एक अन्य कंप्यूटर पर ले लिया और फिर उसके बाद पेपर का स्क्रीनशॉट वायरल कर दिया. आरोपी से हुई प्रारंभिक पूछताछ में कुछ अन्य लोगों के नाम भी गिरोह से जुड़े हुए पाए गए हैं. जिनकी तलाश में पुलिस की टीम दबिश की कार्रवाई को अंजाम दे रही है.
आरोपियों ने किस स्तर पर पेपर आउट किया और परीक्षार्थियों की स्क्रीन को दूसरे कंप्यूटर पर एक्सेस कर क्या उन्हें नकल करवाई गई इस संबंध में पुलिस की जांच जारी है. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित लाइब्रेरियन भर्ती परीक्षा 2018 का पेपर लीक करने वाली गैंग के सरगना शिव भगवान नेहरा को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपी 13वीं बटालियन आरएसी में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत था जिसे इस प्रकरण के उजागर होने के बाद सस्पेंड कर दिया गया था और आरोपी पर 5 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था.
पढ़ेंः डूंगरपुरः आसपुर में दो बाइकों की भिड़ंत में एक युवक की मौत, एक अन्य घायल
गैंग की ओर से व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर परीक्षा से पहले ही पेपर आउट कर अभ्यर्थियों को उपलब्ध करवाए गए थे. इस प्रकरण के उजागर होने के बाद पुलिस की ओर से कार्रवाई करते हुए पूर्व में 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं, प्रकरण में दो आरोपी फरार चल रहे थे जिसमें से शिव भगवान नेहरा को देर रात विद्याधर नगर थाना पुलिस की ओर से गिरफ्तार किया गया है. इस प्रकरण में एक अन्य मुख्य आरोपी संदीप नेहरा अभी भी फरार चल रहा है.