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RCA घमासान 2019: जानिए किस तरह ललित मोदी ने किया था राजस्थान क्रिकेट में वर्चस्व कायम

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Published : Sep 1, 2019, 5:12 PM IST

राजस्थान क्रिकेट में ललित मोदी का कार्यकाल लंबे समय तक रहा है. ललित मोदी की एंट्री राजस्थान क्रिकेट में वर्ष 2005 में शुरू हुई और उस समय ललित मोदी नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने. ललित मोदी ने 2013 के आरसीए चुनाव भी जीता लेकिन इसके बाद से बीसीसीआई ने आरसीए को बैन कर दिया.

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जयपुर. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर पिछले 5 साल से अधिक समय से बैन लगा हुआ है और इसका कारण है ललित मोदी. बीसीसीआई का कहना है कि जब तक ललित मोदी का हस्तक्षेप राजस्थान क्रिकेट में है तब तक राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर बैन जारी रहेगा.

इस तरह हुई ललित मोदी युग की शुरुआत

2005 में हुआ ललित मोदी का पदार्पण

राजस्थान क्रिकेट में ललित मोदी का कार्यकाल लंबे समय तक रहा है. ललित मोदी की एंट्री राजस्थान क्रिकेट में वर्ष 2005 में शुरू हुई और उस समय ललित मोदी नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने लेकिन वह भी ललित कुमार के नाम से. उस वक्त रूंगटा गुट का वर्चस्व राजस्थान के क्रिकेट में माना जाता था और वर्ष 2005 से वर्ष 2009 तक ललित मोदी आरसीए के अध्यक्ष रहे और उन्होंने रूंगटा गुट का वर्चस्व खत्म किया.

पढ़ें: डूडी ने साधा सीपी जोशी पर निशाना, बोले- RCA किसी व्यक्ति की जागीर नहीं

हालांकि वर्ष 2009 में जब एक बार फिर से आरसीए के चुनाव हुए तो संजय दीक्षित ने ललित मोदी को हराया और संजय दीक्षित आरसीए के अध्यक्ष बने. उस समय अशोक ओहरी आरसीए के सचिव पद पर चुनाव जीते लेकिन कुछ समय बाद संजय दीक्षित और अशोक ओहरी के बीच मतभेद हुए तो वर्ष 2009 के दिसंबर माह में एक बार फिर से राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव हुए और इस बार ललित मोदी को सीपी जोशी ने चुनाव में हराया और यहीं से राजस्थान की क्रिकेट में सीपी जोशी युग की शुरुआत हुई.

वर्ष 2014 में फिर मोदी का दौर आया

राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में वर्ष 2013 दिसंबर में चुनाव हुए लेकिन किन्ही कारणों के चलते कोर्ट ने चुनाव के परिणाम पर रोक लगा दी. जिसके बाद 6 मई 2014 को चुनाव के परिणाम घोषित हुए और ललित मोदी ने रामपाल शर्मा को अध्यक्ष पद पर हराया. जिसके बाद मोदी ने एक बार फिर राजस्थान के क्रिकेट में अपना वर्चस्व कायम किया. हालांकि यह चुनाव ललित मोदी ने लंदन में बैठकर लड़ा और बीसीसीआई से चल रहे मतभेद के कारण बीसीसीआई ने चेतावनी दी थी कि अगर ललित मोदी राजस्थान क्रिकेट में वापस आए तो राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को बैन कर दिया जाएगा और हुआ भी यही अध्यक्ष पद पर जीत के साथ ही बीसीसीआई ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर बैन लगा दिया. इसके बाद यूं तो मोदी का कार्यकाल 4 साल का था लेकिन लोढ़ा समिति के अनुसार 3 साल का कार्यकाल पूरा होने पर फिर से आरसीए के चुनाव हुए.

पढ़ें: RCA एक बार फिर हुआ छावनी में तब्दील, सचिव नांदू बोले- सीपी जोशी अपनी मनमानी पर उतर आए हैं

बेटे रुचिर को करवाई एंट्री

इस बार आरसीए के चुनाव में ललित मोदी ने अपने बेटे रुचिर मोदी को मैदान में उतारा. 2 जून 2017 को राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में चुनाव हुए लेकिन ललित मोदी के बेटे रुचिर मोदी को हार का सामना करना पड़ा और सीपी जोशी आरसीए की सत्ता पर काबिज हुए. हालांकि सीपी जोशी आरसीए के अध्यक्ष बने लेकिन बीसीसीआई ने बैन नहीं हटाया.

ईडी ने मोदी को किया था नोटिस जारी

वर्ष 2009 में आईपीएल मैचों के प्रसारण को लेकर गड़बड़ियों का मामला सामने आया था और ललित मोदी पर गड़बड़ी करने का आरोप लगा था. जिसके बाद ईडी ने ललित मोदी को नोटिस जारी किया. ईडी ने बताया कि ललित मोदी ने 425 करोड़ रुपए का फेमा उल्लंघन किया है लेकिन इसके बाद ललित मोदी देश के फरार हो गए.

हाल ही में आरसीए अध्यक्ष सीपी जोशी ने भी कहा था कि जब तक ललित मोदी हस्तक्षेप राजस्थान की क्रिकेट में है तब तक राजस्थान पर बैन हटना मुश्किल है और बीसीसीआई की यह पहली शर्त भी है.

जयपुर. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर पिछले 5 साल से अधिक समय से बैन लगा हुआ है और इसका कारण है ललित मोदी. बीसीसीआई का कहना है कि जब तक ललित मोदी का हस्तक्षेप राजस्थान क्रिकेट में है तब तक राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर बैन जारी रहेगा.

इस तरह हुई ललित मोदी युग की शुरुआत

2005 में हुआ ललित मोदी का पदार्पण

राजस्थान क्रिकेट में ललित मोदी का कार्यकाल लंबे समय तक रहा है. ललित मोदी की एंट्री राजस्थान क्रिकेट में वर्ष 2005 में शुरू हुई और उस समय ललित मोदी नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने लेकिन वह भी ललित कुमार के नाम से. उस वक्त रूंगटा गुट का वर्चस्व राजस्थान के क्रिकेट में माना जाता था और वर्ष 2005 से वर्ष 2009 तक ललित मोदी आरसीए के अध्यक्ष रहे और उन्होंने रूंगटा गुट का वर्चस्व खत्म किया.

पढ़ें: डूडी ने साधा सीपी जोशी पर निशाना, बोले- RCA किसी व्यक्ति की जागीर नहीं

हालांकि वर्ष 2009 में जब एक बार फिर से आरसीए के चुनाव हुए तो संजय दीक्षित ने ललित मोदी को हराया और संजय दीक्षित आरसीए के अध्यक्ष बने. उस समय अशोक ओहरी आरसीए के सचिव पद पर चुनाव जीते लेकिन कुछ समय बाद संजय दीक्षित और अशोक ओहरी के बीच मतभेद हुए तो वर्ष 2009 के दिसंबर माह में एक बार फिर से राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव हुए और इस बार ललित मोदी को सीपी जोशी ने चुनाव में हराया और यहीं से राजस्थान की क्रिकेट में सीपी जोशी युग की शुरुआत हुई.

वर्ष 2014 में फिर मोदी का दौर आया

राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में वर्ष 2013 दिसंबर में चुनाव हुए लेकिन किन्ही कारणों के चलते कोर्ट ने चुनाव के परिणाम पर रोक लगा दी. जिसके बाद 6 मई 2014 को चुनाव के परिणाम घोषित हुए और ललित मोदी ने रामपाल शर्मा को अध्यक्ष पद पर हराया. जिसके बाद मोदी ने एक बार फिर राजस्थान के क्रिकेट में अपना वर्चस्व कायम किया. हालांकि यह चुनाव ललित मोदी ने लंदन में बैठकर लड़ा और बीसीसीआई से चल रहे मतभेद के कारण बीसीसीआई ने चेतावनी दी थी कि अगर ललित मोदी राजस्थान क्रिकेट में वापस आए तो राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को बैन कर दिया जाएगा और हुआ भी यही अध्यक्ष पद पर जीत के साथ ही बीसीसीआई ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर बैन लगा दिया. इसके बाद यूं तो मोदी का कार्यकाल 4 साल का था लेकिन लोढ़ा समिति के अनुसार 3 साल का कार्यकाल पूरा होने पर फिर से आरसीए के चुनाव हुए.

पढ़ें: RCA एक बार फिर हुआ छावनी में तब्दील, सचिव नांदू बोले- सीपी जोशी अपनी मनमानी पर उतर आए हैं

बेटे रुचिर को करवाई एंट्री

इस बार आरसीए के चुनाव में ललित मोदी ने अपने बेटे रुचिर मोदी को मैदान में उतारा. 2 जून 2017 को राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में चुनाव हुए लेकिन ललित मोदी के बेटे रुचिर मोदी को हार का सामना करना पड़ा और सीपी जोशी आरसीए की सत्ता पर काबिज हुए. हालांकि सीपी जोशी आरसीए के अध्यक्ष बने लेकिन बीसीसीआई ने बैन नहीं हटाया.

ईडी ने मोदी को किया था नोटिस जारी

वर्ष 2009 में आईपीएल मैचों के प्रसारण को लेकर गड़बड़ियों का मामला सामने आया था और ललित मोदी पर गड़बड़ी करने का आरोप लगा था. जिसके बाद ईडी ने ललित मोदी को नोटिस जारी किया. ईडी ने बताया कि ललित मोदी ने 425 करोड़ रुपए का फेमा उल्लंघन किया है लेकिन इसके बाद ललित मोदी देश के फरार हो गए.

हाल ही में आरसीए अध्यक्ष सीपी जोशी ने भी कहा था कि जब तक ललित मोदी हस्तक्षेप राजस्थान की क्रिकेट में है तब तक राजस्थान पर बैन हटना मुश्किल है और बीसीसीआई की यह पहली शर्त भी है.

Intro:जयपुर- राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर पिछले 4 साल से अधिक समय से बैन लगा हुआ है और इसका कारण है ललित मोदी,,,, बीसीसीआई का कहना है कि जब तक ललित मोदी का हस्तक्षेप राजस्थान की क्रिकेट में है तब तक राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर बैन जारी रहेगा


Body:राजस्थान क्रिकेट में ललित मोदी का कार्यकाल लंबे समय तक रहा है ललित मोदी की एंट्री राजस्थान क्रिकेट में वर्ष 2005 में शुरू हुई और उस समय ललित मोदी नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने लेकिन वह भी ललित कुमार के नाम से। उस वक्त रूंगटा गुट का वर्चस्व राजस्थान के क्रिकेट में माना जाता था और वर्ष 2005 से वर्ष 2009 तक ललित मोदी आरसीए के अध्यक्ष रहे और उन्होंने रूंगटा गुट का वर्चस्व खत्म किया। हालांकि वर्ष 2009 में जब एक बार फिर से आरसीए के चुनाव हुए तो संजय दीक्षित ने ललित मोदी को हराया और संजय दीक्षित आरसीए के अध्यक्ष बने उस समय अशोक ओहरी आरसीए के सचिव पद पर चुनाव जीते लेकिन कुछ समय बाद संजय दीक्षित और अशोक ओहरी के बीच मतभेद हुए तो वर्ष 2009 के दिसंबर माह में एक बार फिर से राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव हुए और इस बार ललित मोदी को सीपी जोशी ने चुनाव हराया और यहीं से राजस्थान की क्रिकेट में सीपी जोशी युग की शुरुआत हुई।

वर्ष 2014 में फिर मोदी का दौर आया

राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में वर्ष 2013 दिसंबर में चुनाव हुए लेकिन किन्ही कारणों के चलते कोर्ट ने चुनाव के परिणाम पर रोक लगा दी जिसके बाद 6 मई 2014 को चुनाव के परिणाम घोषित हुए और ललित मोदी ने रामपाल शर्मा को अध्यक्ष पद पर हराया जिसके बाद मोदी ने एक बार फिर राजस्थान के क्रिकेट में अपना वर्चस्व कायम किया। हालांकि यह चुनाव ललित मोदी ने लंदन में बैठकर लड़ा और बीसीसीआई से चल रहे मतभेद के कारण बीसीसीआई ने चेतावनी दी थी कि अगर ललित मोदी राजस्थान की क्रिकेट में वापस आए तो राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को बैन कर दिया जाएगा और हुआ भी यही अध्यक्ष पद पर जीत के साथ ही बीसीसीआई ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन पर बैन लगा दिया। इसके बाद यूं तो मोदी का कार्यकाल 4 साल का था लेकिन लोढ़ा समिति के अनुसार 3 साल का कार्यकाल पूरा होने पर फिर से आरसीए के चुनाव हुए

बेटे रुचिर को करवाई एंट्री
इस बार आरसीए के चुनाव में ललित मोदी ने अपने बेटे रुचिर मोदी को मैदान में उतारा 2 जून 2017 को राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में चुनाव हुए लेकिन ललित मोदी के बेटे रुचिर मोदी को हार का सामना करना पड़ा और सीपी जोशी आरसीए की सत्ता पर काबिज हुए। हालांकि सीपी जोशी आरसीए के अध्यक्ष बने लेकिन बीसीसीआई ने बैन नहीं हटाया।

ईडी ने मोदी को किया था नोटिस जारी
वर्ष 2009 में आईपीएल मैचों के प्रसारण को लेकर गड़बड़ियों का मामला सामने आया था और ललित मोदी पर गड़बड़ी करने का आरोप लगा था जिसके बाद ईडी ने ललित मोदी को नोटिस जारी किया ईडी ने बताया कि ललित मोदी ने 425 करोड़ रुपए का फेमा उल्लंघन किया है लेकिन इसके बाद ललित मोदी देश के फरार हो गए


Conclusion:हाल ही में आरसीए अध्यक्ष सीपी जोशी ने भी कहा था कि जब तक ललित मोदी हस्तक्षेप राजस्थान की क्रिकेट में है तब तक राजस्थान पर बैन हटना मुश्किल है और बीसीसीआई की है पहली शर्त भी है

बाईट- सीपी जोशी अध्यक्ष आरसीए
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