जयपुर. किसान संगठनों ने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन के छह माह पूरे होने पर 26 मई यानी की आज ‘काला दिवस' मनाने का आह्वान किया. इसके लिए उस दिन को चुना जब मोदी सरकार के 7 साल पूरे हुए हैं.
राजस्थान में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले राजधानी जयपुर में पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया. संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज राजस्थान में भी मोदी सरकार के विरोध में घरों पर काला झंडा, अपने वाहनों पर काला झंडा और कपड़ों पर काला रिब्बन बांधकर विरोध किया गया.
दरअसल आज किसान आंदोलन को 6 महीने पूरे हो गये हैं और देश के मजदूर, कर्मचारी, नौजवान की निजीकरण विरोधी भारत बंद को भी 6 महीने हो गए हैं. संयुक्त मोर्चा का आरोप है कि इन 7 साल में नरेंद्र मोदी की सरकार ने तमाम सार्वजनिक उपक्रमों को देशी-विदेशी कंपनियों को सौंपा है. सड़क, शिक्षा हो या अन्य विभाग, कंपनियों के पक्ष में मजदूरों के खिलाफ मजदूर कानून समाप्त करके 4 प्रमुख कानून बनाये हैं.
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केन्द्र सरकार देश के किसान की जमीन कंपनियों के हवाले करने के लिए तीन कृषि कानून लेकर आई है. ऐसे में किसान संयुक्त मोर्चा ने पूरे देश की आम जनता से आज काला दिवस मनाने का आह्वान किया है. संयुक्त मोर्चा के किसान नेताओं ने कहा कि देश की सरकार किसान, मजदूर, नौजवान और आमजन कि विरोधी है. कोरोना महामारी में जिस तरीके से लाखों लोगों की जान सरकार की संवेदनहीनता के कारण गई है, उसका विरोध हम करते हैं.