जयपुर. राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने बोर्ड अध्यक्ष डॉ डीपी जारोली से 10 सवाल पूछकर उनका सार्वजनिक रूप से जवाब मांगा है. रीट की नोडल एजेंसी राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारौली ने रीट पेपर लीक को लेकर सफाई दी थी और किरोड़ी लाल मीणा पर आरोप लगाए थे.
मीणा ने बोर्ड अध्यक्ष से 10 सवाल पूछकर उनका सार्वजनिक रूप से जवाब मांगा. इन सवालों के केंद्र में गोपनीय शाखा के प्रमुख जीके माथुर हैं, जिन पर गंभीर आरोप होने के बावजूद उन्हें रीट की सम्पूर्ण जिम्मेदारी देने के आरोप भी लगाए गए हैं.
किरोड़ी लाल के 10 सवाल
पहला सवाल : गंगापुर सिटी में पेपर के साथ मिली आंसर शीट असली नहीं थी, यह आप किस आधार पर कह सकते हैं. क्या आपने पहले असली वाली आंसर शीट देख ली थी?
दूसरा सवाल : गंगापुर सिटी में पाई गई आंसर शीट एवं असली आंसर शीट में क्या अंतर है ? जिसकी वजह से आप उसे असली नहीं बता रहे हैं ?
तीसरा सवाल : यदि गंगापुर सिटी में सुबह 8:30 बजे अर्थात परीक्षा से डेढ़ घंटे पहले लीक अंकतालिका एवं आंसर शीट असली नहीं है. तो मामला और गंभीर हो जाता है. इसका मतलब 7 जिलों में नेटबंदी से पहले पेपर लीक हुआ. तो अन्य जगह भी लीक हुआ होगा. क्योंकि सात जिलों में नेटबंदी थी. वाईफाई नेटवर्क चालू था. फिर उसके बाद आंसर शीट तैयार हुई होगी. फिर दोनों मिलकर 8:30 बजे वायरल हुई होगी.
चौथा सवाल : प्रदेश में केवल सात जिलों में नेटबंदी थी. लेकिन वाईफाई के जरिए नेटवर्क चालू था. तो आप कैसे कह सकते हैं कि पेपर लीक हुआ पर वायरल नहीं. अन्य जिलों में तो नेटबंदी नहीं थी. वहां वायरल क्यों नहीं हुआ होगा.
पांचवां सवाल : क्या गोपनीय शाखा के कर्मचारी किसी परीक्षा केंद्र वाली संस्था से बात कर सकते हैं, तो फिर गोपनीयता कहां हुई. जैसा कि गोपनीय शाखा के अधिकारी-कर्मचारियों ने कई जगह बात की है.
छठा सवाल : गंगापुर सिटी की एक छात्रा की कॉपी में कांट-छांट कर नम्बर कम किए जाने की एसीबी में दर्ज शिकायत एवं एसीबी की काल डिटेल में गोपनीय शाखा के निदेशक जीके माथुर, कर्मचारी मोहन सिंह रावत, दोषी सरकारी शिक्षक सुनीता जाखड़ और डीएस साइंस अकेडमी के उमेश शर्मा व जुबैर खान के बीच उस दरम्यान क्या बातचीत हुई. क्या यह अनैतिक गठजोड़ का संकेत नहीं है. ऐसा रीट में क्यों नहीं हुआ होगा. इसकी क्या गारंटी है.
सातवां सवाल : मिलीभगत के इसी प्रकार के केस सहाड़ा में पुलिस रिपोर्ट 27/2016 में गोपनीय शाखा के कई कर्मचारियों को दोषी माना. तब भी निदेशक एवं कर्मचारी मोहन सिंह रावत से पूछताछ हुई. जिसके सबूत चार्जशीट में हैं. तो ये दोनों रीट में गड़बड़ी नहीं कर रहे होंगे. इसकी क्या गारंटी है.
आठवां सवाल : 2017 में जोबनेर (जयपुर) में इसी प्रकार के केस में गोपनीय शाखा पर सवाल उठे.
नौवां सवाल : क्या एक ही मान्यता से दो स्कूल चल सकते हैं? एक ज्ञानदीप स्कूल श्यारोली तथा दूसरा डीएस साइंस अकेडमी, गंगापुर सिटी. जो श्यारोली की मान्यता को गंगापुर सिटी में स्थानांतरित कर बनी है. कृपया रिकॉर्ड देखकर स्पष्ट करें.
दसवां सवाल : करीब 13 साल तक गोपनीय शाखा के प्रमुख की जिम्मेदारी निभाने वाले जीके माथुर पर सहाड़ा प्रकरण में पुलिस चार्जशीट में गंभीर आरोप लगाए गए. गंगापुर सिटी प्रकरण में एसीबी ने गोपनीय शाखा के कर्मचारियों को डीएस साइंस अकेडमी गंगापुर सिटी के संचालक उमेश शर्मा के साथ काल डिटेल/पूछताछ में टीचर को दोषी माना. जोबनेर में गोपनीय लीक माना. तो रिटायर्ड जीके माथुर को रीट की संपूर्ण जिम्मेदारी किस आधार पर दी गई.
अंत में किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि इन सभी बिंदुओं का तथ्यात्मक जवाब सार्वजनिक रूप से मीडिया के माध्यम से देने का कष्ट कीजिए. ताकि गलत सबूत होने पर इस्तीफा देने के आपके चैलेंज के बारे में विचार किया जा सके. मीणा ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया और पीएम मोदी को लेकर दिए गए बयान पर भी बोर्ड अध्यक्ष को कटघरे में खड़ा किया.