जयपुर. रीट पेपर लेकर आ रहा कंटेनर पलटने से चालक रामनिवास की मौत के मामले में पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने सहित अन्य मांगों को लेकर राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा के आवास पर विधवा मनीष जाट का धरना (REET paper container driver death case investigation demand) सांसद किरोड़ी मीणा के साथ लगातार दूसरे दिन भी जारी है. मनीष के लिए न्याय की लड़ाई में अब 80 साल की बूढ़ी मां और 12 साल का इकलौता बेटा भी शामिल हो गए हैं. उन्होंने मंत्री के यहां न्याय की गुहार लगाई है.
डॉक्टर किरोड़ी मीणा ने कहा कि यह कैसी अंधेरगर्दी है कि पति को खो चुकी एक बेबस महिला राजधानी जयपुर में मंत्री-आवास पर न्याय की गुहार लगा रही है. लेकिन निष्ठुर सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है. मीणा ने कहा कि मनीष, उनकी 80 साल की वृद्धा माता और 12 साल के पितृहीन बालक को जब तक न्याय नहीं मिलेगा, धरना जारी रहेगा.
बता दें कि कोलकाता से रीट का पेपर लाते समय कंटेनर पलटने से चालक रामनिवास जाट की मौत हो गई थी. पति की जान जाने के बाद पत्नी मनीष को मुआवजा राशि और सरकारी नौकरी दिलाने लेकर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा लगातार अलग अलग तरीके से मांग उठा रहे हैं. किरोड़ी मीणा मनीष जाट को न्याय दिलाने के लिए राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा के सरकारी आवास पर 2 दिन से धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार की ओर से अब तक इस मामले में कोई ठोस एक्शन नहीं लिया गया है.
पहले किरोड़ी मीणा ने पीड़िता के साथ ईडी के ऑफिस परिसर में धरना दिया, इसके बाद मुख्यसचिव उषा शर्मा से मुलाकात की. वहां से भी कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला तो डॉ किरोड़ी मीणा राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा जो पीड़ित के विधानसभा क्षेत्र से चुन कर आते हैं, उनके निवास पर धरना शुरू कर दिया. ये धरना दूसरे दिन भी जारी रहा.