ETV Bharat / city

जयपुर जिला कलेक्टर की मंदिरों को दो टूक, कहा- कोविड-19 की पालना नहीं कर सकते तो 30 सितंबर तक बंद रखें मंदिर - जयपुर जिला कलेक्टर

5 महीने से लॉक रहे प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों को अनलॉक करने के लिए राज्य सरकार ने 7 सितंबर की तारीख तय कर दी है. बावजूद भी शहर के कुछ बड़े मंदिरों ने 7 सितंबर को मंदिर खोलने में असमर्थता जताई है. कुछ बड़े मंदिर 7 सितंबर के बाद भी बंद रहेंगे.

jaipur news, etv bharat hindi news
जयपुर जिला कलेक्टर की मंदिरों को दो टूक
author img

By

Published : Sep 4, 2020, 3:25 AM IST

Updated : Sep 4, 2020, 7:01 AM IST

जयपुर. राज्य सरकार ने 7 सितंबर को धर्मस्थल खोलने की अनुमति दे दी है. लेकिन सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन में लिखा है कि यदि नियमों का उल्लंघन हुआ तो धार्मिक स्थल लॉक कर दिया जाएगा. इसीलिए धार्मिक स्थल मंदिर खोलने को लेकर मंदिर प्रबंधन असमंजस में है कि वे मंदिर खोले या नहीं.

जयपुर जिला कलेक्टर की मंदिरों को दो टूक

धार्मिक स्थलों पर पर्याप्त संक्रमण से बचाव के उपाय भी प्रबंधन को ही करने होंगे. जिला प्रशासन की ओर से कोई सहयोग नहीं किया जाएगा. कुछ मंदिरों ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर कोविड-19 निर्देशों की पालना के लिए सहयोग मांगा, लेकिन जिला प्रशासन ने मंदिरों को पत्र भेजा. जिसमें साफ लिखा है कि कोविड को लेकर धार्मिक स्थलों के प्रबंधक, समिति, मंडल ट्रस्ट आदि को अनिवार्य रूप से सुरक्षा उपाय करने होंगे. भक्तों और दर्शनार्थियों को प्रवेश और दर्शन करने के साथ-साथ उनके हेल्थ प्रोटोकॉल का भी ध्यान रखना होगा और यह सभी व्यवस्थाएं धार्मिक स्थलों के प्रबंधकों को ही करनी है.

पढ़ेंः SPECIAL: भरतपुर के 'अपना घर' आश्रम में आश्रय लेंगे यूपी के 292 निराश्रित प्रभुजन

पत्र में साफ लिखा है कि यदि मंदिर सरकारी गाइडलाइन और कोविड 19 के दिशा निर्देशों की पालना करने में असमर्थ है. मंदिरों में भक्तों का प्रवेश 30 सितंबर तक बंद रखना ही उचित होगा. यदि गाइडलाइन के तहत में कोई उल्लंघन करता हुआ पाया गया. पुलिस धार्मिक स्थलों को बंद कर सकेंगे. कलेक्टर ने एसडीएम और पुलिस को कोविड गाइडलाइन की पालना सख्ती कराने से निर्देश भी दिए हैं.

पढ़ेंः सितंबर के तीसरे सप्ताह में दौड़ेगी जयपुर मेट्रो, अब मानसरोवर से बड़ी चौपड़ तक होगा संचालन

कोविड-19 के दिशा निर्देशों की पालना में सहयोग के लिए जिला प्रशासन की ओर से सहयोग नहीं मिलने के कारण गोविंद देव जी, मोती डूंगरी गणेश मंदिर, झारखंड महादेव मंदिर सहित अन्य मंदिर 7 सितंबर के बाद भी बंद रहेंगे. इसके अलावा आर्य संस्कृति दिग्दर्शक संस्थान, अखिल भारतीय हित राधाबल्लभ समाज वृंदावन और नायक़ी की माता पदयात्रा समिति ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर 30 सितंबर तक मंदिर बंद रखने की मांग की है. चिकित्सा विभाग भी कह चुका है कि यदि 7 सितंबर से धार्मिक स्थल खोले जाएंगे तो कोरोना का संक्रमण बढ़ने की पूरी संभावना है.

जयपुर. राज्य सरकार ने 7 सितंबर को धर्मस्थल खोलने की अनुमति दे दी है. लेकिन सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन में लिखा है कि यदि नियमों का उल्लंघन हुआ तो धार्मिक स्थल लॉक कर दिया जाएगा. इसीलिए धार्मिक स्थल मंदिर खोलने को लेकर मंदिर प्रबंधन असमंजस में है कि वे मंदिर खोले या नहीं.

जयपुर जिला कलेक्टर की मंदिरों को दो टूक

धार्मिक स्थलों पर पर्याप्त संक्रमण से बचाव के उपाय भी प्रबंधन को ही करने होंगे. जिला प्रशासन की ओर से कोई सहयोग नहीं किया जाएगा. कुछ मंदिरों ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर कोविड-19 निर्देशों की पालना के लिए सहयोग मांगा, लेकिन जिला प्रशासन ने मंदिरों को पत्र भेजा. जिसमें साफ लिखा है कि कोविड को लेकर धार्मिक स्थलों के प्रबंधक, समिति, मंडल ट्रस्ट आदि को अनिवार्य रूप से सुरक्षा उपाय करने होंगे. भक्तों और दर्शनार्थियों को प्रवेश और दर्शन करने के साथ-साथ उनके हेल्थ प्रोटोकॉल का भी ध्यान रखना होगा और यह सभी व्यवस्थाएं धार्मिक स्थलों के प्रबंधकों को ही करनी है.

पढ़ेंः SPECIAL: भरतपुर के 'अपना घर' आश्रम में आश्रय लेंगे यूपी के 292 निराश्रित प्रभुजन

पत्र में साफ लिखा है कि यदि मंदिर सरकारी गाइडलाइन और कोविड 19 के दिशा निर्देशों की पालना करने में असमर्थ है. मंदिरों में भक्तों का प्रवेश 30 सितंबर तक बंद रखना ही उचित होगा. यदि गाइडलाइन के तहत में कोई उल्लंघन करता हुआ पाया गया. पुलिस धार्मिक स्थलों को बंद कर सकेंगे. कलेक्टर ने एसडीएम और पुलिस को कोविड गाइडलाइन की पालना सख्ती कराने से निर्देश भी दिए हैं.

पढ़ेंः सितंबर के तीसरे सप्ताह में दौड़ेगी जयपुर मेट्रो, अब मानसरोवर से बड़ी चौपड़ तक होगा संचालन

कोविड-19 के दिशा निर्देशों की पालना में सहयोग के लिए जिला प्रशासन की ओर से सहयोग नहीं मिलने के कारण गोविंद देव जी, मोती डूंगरी गणेश मंदिर, झारखंड महादेव मंदिर सहित अन्य मंदिर 7 सितंबर के बाद भी बंद रहेंगे. इसके अलावा आर्य संस्कृति दिग्दर्शक संस्थान, अखिल भारतीय हित राधाबल्लभ समाज वृंदावन और नायक़ी की माता पदयात्रा समिति ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर 30 सितंबर तक मंदिर बंद रखने की मांग की है. चिकित्सा विभाग भी कह चुका है कि यदि 7 सितंबर से धार्मिक स्थल खोले जाएंगे तो कोरोना का संक्रमण बढ़ने की पूरी संभावना है.

Last Updated : Sep 4, 2020, 7:01 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.