जयपुर. करौली दंगा पीड़ितों के कुछ परिजनों ने रविवार को राजस्थान अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन रफीक खान से सचिवालय में मुलाकात की और पुलिस की ओर से बिना सबूत कार्रवाई करने का आरोप लगाया. रफीक खान ने कहा कि इस मामले में निर्दोष को कोई सजा नहीं होनी (Rafeek Khan blames BJP for Karauli violence) चाहिए.
रफीक खान से मुलाकात कर करौली दंगा पीड़ितों के परिजनों कहा कि करौली दंगे में निर्दोष लोगों को राजस्थान पुलिस फंसा रही है. उन लोगों को बचाया जाए. करौली दंगों में आरोपी बनाए गए मतलूब के परिजनों का कहना है कि मतलूब अपने घर पर ही था जिसका हमारे पास वीडियो फुटेज भी मौजूद है, लेकिन पुलिस के जवान बदले की कार्रवाई कर रहे हैं. परिजनों का कहना है कि मतलूब कांग्रेस पार्टी से पार्षद हैं और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है. लेकिन फिर भी उसको बिना वजह ही फंसाया जा रहा है. रफीक खान का कहना है कि पूरे मामले की जानकारी मिली है. पुलिस के अधिकारियों को कहा कि झूठे मामले में किसी को नहीं फंसाया जाए. इस बात का ध्यान रखा जाए कि किसी निर्दोष को सजा नहीं मिले.
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रफीक खान ने भाजपा को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा केरोसिन डाल कर लोगों को हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई के नाम पर बांटने का काम कर रही है. मेरी जिम्मेदारी है कि मैं उस खाई को पाटने का काम करूंगा. इससे हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और दलित सभी एक जाजम पर आए. हम कोशिश करेंगे कि जहां भी ऐसी घटनाएं हुई हैं, वहां अमन और चैन स्थापित हो. उन्होंने कहा कि करौली दंगे के मामले में कोई गलती हुई होगी तो जांच कर उसको सुधारने का प्रयास किया जाएगा. किसी भी दोषी को बचने नहीं दिया जाएगा.
आपको बता दें कि करौली में 2 अप्रैल को हिंदू नव वर्ष के अवसर पर निकाली गई बाइक रैली पर समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव कर दिया था, जिससे सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया था. लोगों ने दुकानों में आगजनी की घटनाओं को भी अंजाम दिया था. घटना के बाद कर्फ्यू लगाना पड़ा था. इस दंगे में कई लोग घायल हो गए थे.