जयपुर. भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने एक बार फिर जयपुर नगर निगम की ओर से फल सब्जी विक्रेताओं को बांटे जा रहे लाइसेंस की मौजूदा नीति पर सवाल उठाए हैं. साथ ही लाइसेंस जारी करने में राजनीतिक दखलअंदाजी न करने की मांग की है.
विधायक कालीचरण सराफ ने एक बयान जारी कर चिंता व्यक्त की और कहा कि, फल सब्जी विक्रेताओं को पास जारी करने में नगर निगम की ओर से अपनाई जा रही मौजूदा नीति घातक है. इससे पूरे शहर में संक्रमण का खतरा बढ़ता ही जा रहा है. सराफ ने कहा कि जानकारी में आया है कि नगर निगम जयपुर शहर में गलियों में घूम घूमकर फल सब्जी बेचने वालों को 500 पास और जारी करेगा. निगम के इस निर्णय से कोरोना संक्रमण को रोकने में तो कोई मदद नहीं मिलेगी, बल्कि जयपुर शहर के लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा जरूर होगी. क्योंकि पूर्व में नगर निगम ने 990 फल सब्जी विक्रेताओं को लाइसेंस जारी किए थे और प्रशासन द्वारा उन्हें टोपी दस्ताने और सैनिटाइजर देने की बात कही गई थी. लेकिन लाइसेंस जारी करके नगर निगम तो उनका कोरोना टेस्ट कराना भी भूल गया. जयपुर में निगम की टोपी पहने या नियमों की पालना करता कोई भी फल सब्जी विक्रेता गलियों में नहीं दिख रहा.
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कालीचरण सराफ ने यह भी आशंका जाहिर की है कि, लाइसेंस जारी करने में राजनीतिक सिफारिशें चल रही है. उनके अनुसार पूर्व में भी निगम अधिकारियों को आग्रह किया गया था कि, जयपुर में फल सब्जी बेचने वाले सभी लगभग 5000 विक्रेताओं की कोरोना वायरस जांच करवाई जाए. जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आए उन सभी को पास जारी किए जाएं. ऐसा करने से ठेला कर्मियों के साथ जनता का भ्रम भी दूर हो जाएगा.
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साथ ही सराफ ने कहा कि अभी निगम की नीति से नए-नए काम करने वाले के तो सिफारिशों से पास बन गए, लेकिन 10 से 15 साल तक इसी व्यवसाय में लगे कई फल और सब्जी विक्रेताओं के पास नहीं बन पाए. वह बेरोजगार घूम रहे हैं. सराफ ने मांग की कि नगर निगम सख्ती से नियमों को फॉलो करवाएं. जिससे लाइसेंस धारी फल सब्जी विक्रेताओं के लिए हैंड सैनिटाइजर, मास्क, दस्ताने सिर पर नगर निगम की टोपी और गले में निगम की ओर से प्रमाणित लाइसेंस लटका कर ही वो अपना सामान बेचे..