जयपुर. प्रदेश में सियासी घमासान भले ही थम गया हो, लेकिन भाजपा कोरोना काल में अब नया आंदोलन शुरू करने वाली है. इसकी रूपरेखा आगामी 23 अगस्त को तय की जाएगी. इस संबंध में भाजपा ने एक अहम बैठक बुलाई है, जिसे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे. जयपुर में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने यह जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार पर भी जमकर निशाना साधा.
पूनिया ने कहा कि बैठक में कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी. इस दौरान उन्होंने प्रदेश में पानी के बिलों पर छपाए गए मुख्यमंत्री के फोटो और विज्ञापन पर भी एतराज जताया. उन्होंने कहा पिछले 40 वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ है, जब सरकार को अपने विज्ञापन के लिए बिजली-पानी के बिलों का इस्तेमाल करना पड़ा हो.
प्रियंका और राहुल गांधी के बयानों पर कटाक्ष
सतीश पूनिया ने हाल ही में ट्विटर, फेसबुक और सोशल मीडिया को लेकर आए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस महान नेता को आखिर कब तक राजनीतिक समझ आएगी, यह अब तक किसी के समझ में नहीं आया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव हारती है तो राहुल गांधी दोष ईवीएम पर डालते हैं. पूनिया ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए कांग्रेस के इतिहास को युवा पीढ़ी जग जाहिर करती है, तब भी राहुल गांधी को यह लगता है कि सोशल मीडिया पर भी बीजेपी का ही कब्जा है.
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पूनिया ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के हाल ही में आए बयान पर भी चुटकी ली, जिसमें कांग्रेस का अध्यक्ष गांधी परिवार के अलावा बनाए जाने का जिक्र था. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को यह ज्ञान इतने लंबे समय बाद ही मिला. ऐसे में हम यह भी नहीं कह सकते कि देर आए दुरुस्त आए क्योंकि देर से ही सही लेकिन अब कांग्रेस पर गांधी परिवार तक सीमित होने का कलंक लग चुका है. अब यदि कांग्रेस गांधी परिवार के बाहर से भी अध्यक्ष बनाती है तो अच्छी बात है.
विधानसभा में उठाएंगे बारिश का मामला
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने हाल ही में जयपुर में हुई तेज बरसात के बाद बने हालातों के मामले में भी प्रदेश सरकार और प्रशासन पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा जिस तरह एक बरसात के बाद जयपुर के कई इलाके जलमग्न हो गए और कई बस्तियों में तबाही का मंजर देखने को मिला, उससे यह साफ है कि प्रशासन और सरकार ने बरसात को लेकर कोई तैयारी नहीं की थी. ऐसे में आम जनता की परेशानी को अब भाजपा नेता विधानसभा के दौरान भी उठाएंगे.