जयपुर. ईडी मामलों की विशेष अदालत ने जोधपुर नेशनल यूनिवर्सिटी फर्जी डिग्री मामले से जुड़े मनी लॉड्रिंग के मामले में आरोपी कमल मेहता, विवि के चेयरमैन, कुशल एजुकेशन ट्रस्ट, सूर्य नगरी एजुकेशन सोसायटी और कुशल रियल इंफ्राकॉन प्रा.लि. के खिलाफ प्रसंज्ञान लिया है. वहीं, अदालत ने आरोपी कमल मेहता को गिरफ्तारी वारंट से तलब किया है. अदालत ने यह आदेश ईडी के सहायक निदेशक की ओर से पेश परिवाद पर सुनवाई करते हुए दिए.
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ईडी की ओर से विशेष लोक अभियोजक जितेन्द्र सिंह पूनिया ने बताया कि एसओजी ने फर्जी डिग्रियां जारी करने के मामले में जोधपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के चेयरमैन कमल मेहता सहित अन्य लोगों के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया था. कमल मेहता ने अपने राष्ट्रीय समन्वयकों से मिलकर 25 हजार से अधिक फर्जी अंक तालिकाएं तैयार करवाकर अवैध रूप से करीब 17 करोड़ रुपए अर्जित किए.
आरोपी ने इस राशि के लिए विभिन्न बैंक खातों का उपयोग कर वित्तीय तंत्र स्थापित किया और मैसर्स कुशल रियल इंफ्राकॉन सहित अन्य के नाम से निवेश कर इस संपत्ति को बेदाग होने का दावा किया. आरोपी का यह कृत्य मनी लॉड्रिंग के तहत अपराध की श्रेणी में आता है. जिस पर सुनवाई करते हुए अदालत ने आरोपी के खिलाफ प्रसंज्ञान लेते हुए गिरफ्तारी वारंट से तलब किया है.