जयपुर. जयपुर विकास आयुक्त टी रविकांत ने शुक्रवार को जेडीए के मंथन सभागार में अधिकारियों की बैठक ली, जिसमें जेडीए द्वारा संचालित सामुदायिक केंद्रों में आमजन को बेहतर सुविधाएं देने के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए.
इसे लेकर उन्होंने अधिकारियों से सुझाव और तौर-तरीकों पर चर्चा कर क्षेत्रवार कार्य योजना तैयार करने को कहा. ताकि इन संपत्तियों से जेडीए को नियमित राजस्व मिल सके. जेडीसी ने वैशाली नगर सामुदायिक केंद्र की चर्चा करते हुए कहा कि शहर के बीचों-बीच होने के बाद भी उसका सदुपयोग नहीं हो रहा.
उन्होंने कहा कि जेडीए की संपत्तियों पर कम खर्च कर उन्हें आमजन की सुविधाओं के लिए विकसित किया जा सके, इसके लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा. साथ ही सामुदायिक केंद्रों के आसपास के लोगों द्वारा आसानी से सुविधा का लाभ लिया जा सके, इसके लिए भी कार्ययोजना तैयार की जाएगी.
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वहीं बैठक में मौजूद रहे संसाधन एवं विकास संयुक्त आयुक्त गिरिराज अग्रवाल ने बताया कि जयपुर शहर में जेडीए के 16 सामुदायिक केंद्र हैं, जिन्हें लोग ऑनलाइन माध्यम से बुक कर सकते हैं. लेकिन अपेक्षा के अनुसार जेडीए को राजस्व प्राप्त नहीं हो रहा.
बैठक में जेडीए सचिव अर्चना सिंह, अभियांत्रिकी निदेशक बीएस सुंडा सहित जेडीए के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. बहरहाल, सामुदायिक केंद्र के साथ-साथ जेडीए की इस तरह संपत्तियों से राजस्व प्राप्ति के साथ आमजन के उपयोग में लाने के लिए इन्हें बेहतर बनाया जाएगा.