जयपुर. जयपुर सहित प्रदेश भर में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. इसके साथ ही कोरोना अपने सभी रिकॉर्ड को तोड़ भी रहा है. जिसको देखते हुए राज्य सरकार की ओर से 24 मई तक सख्त लॉक डाउन लगाया गया है. वही इस लॉक के अंतर्गत सभी ट्रांसपोर्ट के साधनों को बंद किया गया है. बस गुड्स ट्रांसपोर्ट के माल का परिवहन हो रहा है.
जिसको देखते हुए सोमवार को जयपुर ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास को एक पत्र लिखा. पत्र के माध्यम से उन्होंने ट्रांसपोर्ट वेबसाइट को भी फ्रंटलाइन वर्कर में शामिल करने की मांग की.
जयपुर ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल आनंद ने बताया कि, पिछले साल जबसे कोरोना का संक्रमण शुरू हुआ था, तब से ट्रांसपोर्ट व्यवसायी लगातार अपनी जान पर खेलते हुए सप्लाई लाइन को सुचारू रूप से चालू कर रखा है. आनंद ने बताया कि लॉकडाउन के अंतर्गत कहीं पर भी किसी भी जगह पर भी किसी भी वस्तु की कमी ट्रांसपोर्ट व्यवसायी ने नहीं आने दी है.
पढ़ें- COVID-19 : जानें किस जिले में कितने खाली बचे हैं ऑक्सीजन बेड, ICU और वेंटिलेटर्स
अनिल आनंद ने बताया कि चाहे दवाई हो या खाद्य सामग्री हो ट्रांसपोर्ट व्यवसाय लगातार ट्रांसपोर्टेशन की ओर से हर जगह बचाया जा रहा है. वहीं इस बीच सप्लाई लाइन को शुरू करने की विधि ट्रांसपोर्टर्स तो अपने जीवन से हाथ धो बैठे हैं, वहीं कई लोग संक्रमित भी हो गए है. अनिल आनंद ने बताया कि पिछले वर्ष भी ट्रांसपोर्टर्स को फ्रंटलाइन वर्कर में शामिल करने की मांग की गई थी, ऐसे में सरकार की ओर से द्वारा उन्हें शामिल नहीं किया गया था. वहीं एक बात पर ट्रांसपोर्टर्स की ओर से उन्हें फ्रंटलाइन वर्कर में शामिल करने की मांग की जा रही है. वहीं अनिल आनंद ने राज्य सरकार से मांग की है कि राज्य सरकार 18 + लोगों के जो टीकाकरण कर रहे हैं, उसमें ट्रांसपोर्टर्स को प्राथमिकता देखते हुए उनके टीकाकरण करवाया जाएं.