जयपुर. राजधानी के सवाई मानसिंह अस्पताल (Auditory Brainstem Implant in Jaipur) ऑडिट्री ब्रेनस्टेम इंप्लांट करने वाला देश का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है. अस्पताल के न्यूरो सर्जरी और ईएनटी विभाग की टीम ने चेन्नई से आई विशेषज्ञों की टीम के साथ मिलकर 14 साल की बालिका का जटिल ऑपरेशन किया है. फिलहाल मरीज की हालत स्थिर बनी हुई है.
चिकित्सकों का कहना है कि बालिका के दिमाग में संक्रमण फैलने के कारण उसे सुनाई देना बंद हो गया था. थोड़े समय बाद उसने बोलना भी बंद कर दिया. एसएमएस अस्पताल में जांच के बाद पता चला कि बच्ची की सुनने की क्षमता ऑडिट्री ब्रेन स्टेम इम्प्लांट के जरिए ही वापस आ सकती है. अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर अचल शर्मा का कहना है कि ऑडिट्री ब्रेन स्टेम इम्प्लांट आधुनिक उपकरण है, जिसको कान के पीछे की हड्डी से होते हुए दिमाग के भीतरी ब्रेन स्टेम में लगाया जाता है.
उन्होंने बताया कि आमतौर पर ये इम्प्लांट उन मरीजों में किया जाता है जिनमें को-क्लियर नर्व काम नहीं करते. वहीं ईएनटी. विभाग के प्रोफेसर डॉ. मोहनीश ग्रोवर ने बताया कि हर 1000 बच्चों में से 4 बच्चों को को-क्लियर इंप्लांट की आवश्यकता होती है. को-क्लियर इंप्लांट्स उन बच्चों में किया जाता है जिनके कान का अंदरूनी हिस्सा नॉर्मल हो और सुनाई देने वाली नस भी नॉर्मल हो. लेकिन ऑडिट्री ब्रेनस्टेम इंप्लांट उन बच्चों में किया जाता है, जिनका को-क्लियर नर्व बिल्कुल खत्म हो चुका होता है. डॉक्टर ग्रोवर का कहना है कि इस तरह के ऑपरेशन के बाद मरीज के सुनने की क्षमता वापस आने में काफी समय लगता है.
SMS अस्पताल के लिए ऐतिहासिक: जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर राजीव बगरहट्टा ने कहा कि आज का दिन SMS मेडिकल कॉलेज के लिए ऐतिहासिक जीत है. एसएमएस, ऑडिट्री ब्रेनस्टेम इंप्लांट जैसी जटिल सर्जरी करने वाला देश का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है. उन्होंने कहा कि इस तरह के ऑपरेशन अब तक सिर्फ चुनिंदा प्राइवेट अस्पतालों में ही हो रहे थे.
इस ऑपरेशन की ट्रेनिंग के लिए डॉक्टर अचल शर्मा और डॉ मोहनीश ग्रोवर को चेन्नई भी भेजा गया था. हालांकि आज हुए इस ऑपरेशन में चेन्नई से आई एक चिकित्सकों की टीम मौजूद रही. इसके अलावा SMS अस्पताल के अधीक्षक का कहना है कि यह ऑपरेशन एसएमएस अस्पताल के लिए मील का पत्थर साबित होगा. ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉक्टर अचल शर्मा, डॉ मोहनीश ग्रोवर, डॉ गौरव जैन, डॉ शोभा पुरोहित, डॉक्टर संजय पोरवाल, योगेश शर्मा शामिल रहे. जबकि चेन्नई से आई विशेषज्ञों की टीम में पद्मश्री डॉ मोहन कामेश्वरण, डॉ वासुदेवन और डॉक्टर रंजीत शामिल थे.