जयपुर. राजधानी की सदर थाना पुलिस ने शुक्रवार को अंतर्राज्यीय नकबजन गिरोह के दोनों सदस्यों को गिरफ्तार किया था. पुलिस दोनों आरोपी से लगातार पूछताछ कर रही है. पूछताछ में दोनों आरोपी कई चौंकाने वाले राज उगल रहे हैं. दिसंबर माह में राजधानी जयपुर में सदर थाना क्षेत्र में दो सूने फ्लैट में नकबजनी की वारदात को अंजाम दिया था. बदमाशों ने गुजरात के अहमदाबाद में भी नकबजनी की वारदातों को अंजाम देने की बात कबूली है. जिसके संबंध में जयपुर पुलिस ने गुजरात पुलिस से संपर्क साध जानकारी जुटा रही है. वारदात को अंजाम देने से पहले गैंग के सदस्य राजधानी में जिस स्थान पर ठहरे थे और जिन-जिन स्थानों की रैकी की थी, उनकी तस्दीक की जा रही है.
काफी शातिर है आरोपी...
सदर थानाधिकारी पृथ्वीपाल सिंह ने बताया कि गैंग का सरगना आनंद शर्मा काफी शातिर है. आरोपी ग्वालियर से बस या ट्रेन में सवार होकर जयपुर पहुंचता था. यहां अच्छे होटल या लॉन्ज में ठहरता और गैंग के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर दोपहर के वक्त पॉश इलाकों में सूने मकान या फ्लैट की रैकी करता. पॉश इलाकों में जितने भी अपार्टमेंट है, उन तमाम अपार्टमेंट में मुख्य द्वार पर सिक्योरिटी में गार्ड तैनात हैं. जिसके चलते गैंग के सदस्य मुख्य द्वार से प्रवेश ना कर अपार्टमेंट के पीछे दीवार फांद कर या किसी अन्य रास्ते से देर रात 2 बजे के बाद अंदर प्रवेश करते हैं. उसके बाद सूने फ्लैट में नकबजनी की वारदात को अंजाम देते हैं और सारा सामान समेटकर ग्वालियर निकल जाते हैं.
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कर्जा उतारने के लिए बनाई गैंग...
पुलिस पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि आनंद शर्मा नशे का आदी है और सट्टा भी खेलता है. जिसके चलते उस पर काफी कर्जा हो गया है और कर्जा उतारने व नशे की पूर्ति करने के लिए ही वह गैंग बनाकर नकबजनी की वारदातों को अंजाम देता है. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार किए गए गैंग के सरगना आनंद शर्मा और दिनेश कछोरिया से लगातार पूछताछ में जुटी है. जिसमें और भी वारदातों का खुलासा होने की संभावना है.