जयपुर. प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए जयपुर जिला ग्रामीण पुलिस ने नई पहल करते हुए फील्ड में तैनात पुलिसकर्मियों को पीपीई किट मुहैया करवाए हैं. जयपुर जिला ग्रामीण पूरे प्रदेश में ऐसा पहला पुलिस जिला है, जिसमें तैनात पुलिसकर्मियों को पीपीई किट प्रदान किए गए हैं.
कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर जयपुर जिला ग्रामीण एसपी शंकरदत्त शर्मा ने कोरोना की जंग में लगातार डटे हुए पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए पीपीई किट प्रदान की है. पुलिसकर्मियों को दिए गए पीपीई किट की आखिर क्या विशेषता है, इसके बारे में जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम जयपुर जिला ग्रामीण एसपी कार्यालय पहुंची.
जहां एक महिला पुलिसकर्मी पीपीई किट पहने हुए नजर आई. यह एक बॉडी सूट है, जो सर से लेकर पांव तक पूरे शरीर को विभिन्न तरह के वायरस से प्रोटेक्ट करता है और इसके साथ ही पीपीई किट पहनने वाला व्यक्ति मास्क, विशेष किस्म का चश्मा और हाथों में मेडिकेटेड ग्लब्स पहनता है. इस तरह से वह व्यक्ति किसी भी व्यक्ति या वस्तु के डायरेक्ट कांटेक्ट में नहीं आता है और विभिन्न तरह के वायरस से पूरी तरह से सुरक्षित रहता है.
पुलिसकर्मियों के संक्रमित होने का खतरा सबसे ज्यादा
जयपुर जिला ग्रामीण एसपी शंकरदत्त शर्मा ने बताया की फील्ड में तैनात पुलिसकर्मियों के सबसे ज्यादा कोरोना से संक्रमित होने का खतरा बना हुआ है. जब भी कहीं कोई संदिग्ध व्यक्ति मिलता है, तो उसे अस्पताल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी में पुलिस भी अपना महत्वपूर्ण रोल अदा करती है. ऐसे में यदि वह संदिग्ध व्यक्ति कोरोना से संक्रमित पाया जाता है, तो उसे अस्पताल तक पहुंचाने वाले पुलिसकर्मी के संक्रमित होने का खतरा भी बढ़ जाता है.
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जिसे ध्यान में रखते हुए 250 पीपीई किट जयपुर जिला ग्रामीण में तैनात पुलिसकर्मियों को मुहैया करवाए गए हैं. इसके साथ ही नाकाबंदी और ऐसे स्थान जहां पर कोई संक्रमित व्यक्ति मिला है. वहां पर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को पीपीई किट पहनकर ही ड्यूटी करने के निर्देश दिए गए हैं.
PPE किट के साथ ही पुलिसकर्मियों को फेस मास्क, हैंड ग्लब्स और आंखों के लिए विशेष किस्म के चश्मे भी मुहैया करवाए गए हैं. एसपी शंकरदत्त शर्मा ने बताया की अब तक पुलिस कर्मियों को 18 हजार मास्क, 2500 विशेष किस्म के चश्मे, 500 हैंड ग्लब्स, सैनिटाइजर और 250 बॉडी सूट मुहैया करवाए जा चुके हैं.
वन टाइम यूज है PPE किट
एडिशनल एसपी सुलेश चौधरी ने बताया कि जो पीपीई किट पुलिसकर्मियों को मुहैया करवाए गए हैं. वह केवल विशेष परिस्थितियों में ही काम में लिए जाएंगे. वहीं, किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को अस्पताल में छोड़ने के बाद पीपीई किट को पहनने वाला पुलिसकर्मी इसे दोबारा प्रयोग में नहीं लेगा. यह वन टाइम यूज के लिए है और फिर एक बार पहनने के बाद इसे डिस्ट्रॉय कर दिया जाएगा.
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'पुलिसकर्मी का संक्रमित होना रीड की हड्डी का कमजोर होना'
डीवाईएसपी सुनील प्रसाद शर्मा ने बताया की कोरोना वायरस की जंग में जुटे हुए पुलिसकर्मी यदि संक्रमित होते हैं, तो यह कोरोना वायरस की जंग में जुटे हुए कोरोना वारियर्स की रीड की हड्डी कमजोर होने के समान होगा. जिसे ध्यान में रखते हुए ही पुलिसकर्मियों को यह पीपीई सूट, विशेष चश्मे, ग्लब्स और मास्क उपलब्ध करवाए गए हैं. जयपुर जिला ग्रामीण के सभी थानों में यह PPE किट पहुंचाए गए हैं और इसके साथ ही और पीपीई किट बनवाने के लिए आर्डर भी दिया जा चुका है.
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट कब चेतेगा
कोरोना की जंग में डटे हुए पुलिसकर्मियों की सेहत का ध्यान रखते हुए जयपुर जिला ग्रामीण पुलिस ने पुलिसकर्मियों को PPE किट, विशेष चश्मे, ग्लब्स, मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध करवाए हैं. वहीं, जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से अब तक कोरोना ग्रस्त क्षेत्रों में तैनात पुलिसकर्मियों को इस तरह की कोई भी सुविधा मुहैया नहीं करवाई गई है.
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में तैनात दो पुलिसकर्मी अब तक कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं. ऐसे में जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र में तैनात पुलिसकर्मियों को PPE किट और अन्य संसाधन मुहैया करवाना ज्यादा जरूरी है. जयपुर जिला ग्रामीण पुलिस से सीख लेकर जयपुर पुलिस कमिश्नरेट को भी कोरोना की जंग को जीतने में जुटे हुए पुलिसकर्मियों की सेहत का ध्यान रखते हुए सुरक्षा के पूरे संसाधन उपलब्ध करवाने चाहिए.