जयपुर. शहरवासी अब अपने मोबाइल फोन पर कचरा उठाने वाले हूपर को ट्रैक कर सकेंगे. जयपुर नगर निगम और बीवीजी कंपनी इसे लेकर एक एप्लीकेशन तैयार कर रही है. जिससे आपके वार्ड में कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ी कहां है, और वो कब तक आपके घर पहुंचेगी, इसकी जानकारी आसानी से लग सकेगी.
राजधानी में स्वच्छता सर्वेक्षण के बाद भी ओपन कचरा डिपो की समस्या हल नहीं हो पाई है. वहीं बीवीजी कंपनी की कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ियों की नियमितता पर भी आए दिन सवाल खड़े होते है. इन दोनों समस्याओं का हल खोजने के लिए अब निगम प्रशासन जल्द एक मोबाइल एप्लीकेशन लांच करेगा. इस संबंध में निगम कमिश्नर विजय पाल सिंह ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण जरूर खत्म हो गया है, लेकिन स्वच्छता को लेकर जो मुहिम शुरू की है, उसे लगातार जारी रखा जाएगा. अब जयपुर की जनता में कचरा सड़क पर नहीं फेंकने की आदत डालने के लिए डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ियों में ट्रैकिंग सिस्टम शुरू किया जाएगा.
यह भी पढ़ें. दुल्हन की जगह केजरीवाल से 'प्यार' का इजहार, जोधपुर के दूल्हे ने शादी के कार्ड पर छपवाया 'आई लव केजरीवाल'
उन्होंने बताया कि अब तक निगम मॉनिटरिंग के लिए ट्रैकिंग सिस्टम का इस्तेमाल करता था, लेकिन अब आम जनता अपने वार्ड में चलने वाले हूपर की लोकेशन और वो कितनी देर में उनके घर तक पहुंचेगा, इसे मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए ट्रैक कर सकेंगे.
यह भी पढ़ें. गांधीजी और अंबेडकर के नाम पर जनता को गुमराह कर रही मोदी सरकार : प्रकाश अंबेडकर
साथ ही विजय पाल सिंह ने कहा कि अक्सर लोगों की शिकायत रहती है कि गाड़ी समय पर नहीं आती या पता नहीं होता गाड़ी कब आकर चली गई. इसी समस्या को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि एक महीने के अंदर इस एप्लीकेशन को तैयार कर आम जनता के लिए लांच कर दिया जाएगा.
इस एप्लीकेशन में केवाईसी के जरिए शहरवासी अपना घर पंजीकृत करा सकेंगे. फिर अपने वार्ड की कचरा संग्रहण गाड़ियों का पता लगाने में सक्षम होंगे. संभव है कि इस तकनीक से हूपर की टाइमिंग को लेकर आने वाली समस्या दूर होगी और लोगों में कचरा सिर्फ हूपर में ही डालने की आदत बनेगी. जिससे धीरे-धीरे ओपन कचरा डिपो खत्म होंगे.