जयपुर. गैंगस्टर आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद राजस्थान पुलिस की दूसरी सबसे बड़ी उपलब्धि 5 लाख के इनामी बदमाश विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को गिरफ्तार करना है. कुख्यात बदमाश पपला गुर्जर को गिरफ्तार करने वाली 'स्पेशल 26' टीम जयपुर रेंज आईजी हवा सिंह घुमरिया के सुपरविजन में काम कर रही थी. आखिर किस तरह से पुलिस टीम पपला गुर्जर तक पहुंची और उसको गिरफ्तार किया इसको लेकर ईटीवी भारत की टीम ने जयपुर रेंज आईजी हवा सिंह घुमरिया से खास बातचीत की.
पपला गुर्जर को पकड़ने में पिछले 15 दिन रहे बेहद खास
हवा सिंह घुमरिया ने बताया कि पपला गुर्जर जिस दिन से फरार हुआ था उसी दिन से पुलिस उसे पकड़ने में जुट गई थी. उन्होंने कहा कि पपला गुर्जर को पकड़ने में कितने दिन लगे तो जिस दिन से पपला गुर्जर फरार हुआ था और जिस दिन गिरफ्तार किया गया उस दौरान जितने भी दिन थे उन सब की गिनती महत्वपूर्ण है. हालांकि पपला गुर्जर को गिरफ्तार करने में लास्ट 15 दिन बेहद खास रहे.
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पपला गुर्जर को पकड़ने के लिए जो टीम पहले से काम कर रही थी उसके सदस्य इधर-उधर हो गए. ऐसे में टीम के प्रत्येक सदस्य से बात की गई और उन्हें एक बार फिर से जोड़कर और कुछ नए सदस्यों को शामिल कर टीम बनाई गई. इसके साथ ही पुलिस के पास जो भी सूचनाएं आ रही थी. उसके आधार पर अनेक छोटी-छोटी टुकड़ियां बनाकर पुलिस ने काम किया. जब इस बात की पुष्टि हो गई कि पपला गुर्जर कोल्हापुर में है. तब एक साथ पूरी टीम को भेजकर और पपला गुर्जर को घेरकर गिरफ्तार किया.
टीम पर पथराव होने पर रात 3 बजे कोल्हापुर एसपी को किया फोन
जयपुर रेंज आईजी ने बताया कि जब भी इस तरह के स्पेशल मिशन होते हैं तो इस बात का बेहद ख्याल रखा जाता है कि टीम का कोई भी सदस्य जख्मी ना हो. पपला गुर्जर को गिरफ्तार करने पहुंची टीम ने भी इस चीज को पूरी तरह से सुनिश्चित किया कि पपला गुर्जर से टीम को किसी भी तरह का कोई खतरा ना हो. लेकिन स्थानीय लोगों ने सादा वस्त्रों में हथियार के साथ पुलिस टीम को देख उन्हें बदमाश समझ पथराव करना शुरू कर दिया. पुलिस टीम के सामने सबसे बड़ी चुनौती मराठी भाषा को लेकर थी क्योंकि टीम में किसी भी सदस्य को मराठी बोलनी और समझनी नहीं आती थी. इस स्थिति से निपटने के लिए रात 3 बजे कोल्हापुर एसपी को फोन किया गया और तुरंत ही स्थानीय थाने से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और पथराव कर रहे लोगों को वास्तविकता से अवगत करवाया.
पपला के पहलवानी के शौक के चलते पुलिस ने टारगेट किया जिम और पहुंची जिया तक
घुमरिया ने बताया कि पपला गुर्जर को पहलवानी का शौक था और पुलिस को पूरा विश्वास था कि वह पहलवानी के शौक के चलते जिम जरूर ज्वाइन करेगा. जिसे ध्यान में रखते हुए पुलिस की टीम लगातार कोल्हापुर में विभिन्न जिम में तलाश करती रही और इस दौरान पुलिस के हाथ जिया का इनपुट लगा. जिस पर लगातार निगरानी रखी गई और उसी के जरिए पुलिस पपला गुर्जर तक पहुंची.
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उन्होंने कहा कि हालांकि जिया का कहना है कि पपला गुर्जर को नहीं जानती लेकिन कोई भी अपराधी यह नहीं कहता कि वह अपराधी है, वह खुद को बेगुनाह ही बताता है. जिया ने पूछताछ के दौरान पुलिस को जो भी बातें बताई हैं उन तमाम बातों को वेरीफाई किया जा रहा है और एक टीम कोल्हापुर भी भेजी जा रही है. जिया द्वारा बताई गई बातों के वेरीफाई होने के बाद ही यह स्थिति स्पष्ट हो पाएगी कि वह पपला गुर्जर को जानती थी या नहीं.
पपला गैंग का होगा पूरा सफाया और हथियार भी होंगे रिकवर
आईजी जयपुर ने कहा कि पपला गुर्जर से भी लगातार पूछताछ की जा रही है. हालांकि पूछताछ में वह क्या राज उगल रहा है इसे अभी वह साझा नहीं करेंगे. हालांकि उनका कहना है कि पपला गैंग का पूरी तरह से सफाया होने वाला है और कुछ एक लोग जो पपला गैंग से जुड़े हुए हैं उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इसके साथ ही जो हथियार गैंग के सदस्यों द्वारा इस्तेमाल किए गए थे उन्हें भी जल्द बरामद कर लिया जाएगा.
अपराधी तब तक अपराध करता है जब तक उसको समाज का सहारा मिलता है
ईटीवी भारत के माध्यम से आईजी ने आमजन को यह संदेश दिया कि कोई भी अपराधी तब तक अपराध करता है जब तक उसको समाज का सहारा मिलता है. जब तक लोग उसके नाम से डरते हैं. कोई भी अपराधी तब तक सरवाइव करता है. हवा सिंह घुमरिया ने कहा कि वह आमजन से यह अपेक्षा करते हैं कि कहीं पर भी अपराधी या अपराध की कोई सूचना हो तो उसे तुरंत पुलिस को दिया जाए. सूचना को पुलिस द्वारा तुरंत वेरीफाई कर सूचना सही पाए जाने पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा कि किसी भी अपराधी से डरने की कोई जरूरत नहीं है. कानून के दायरे से अपराधी कुछ समय के लिए भाग सकता है लेकिन कानून के शिकंजे में आने से कभी भी नहीं बच सकता. हर अपराधी को किसी ना किसी दिन कानून का सामना करना ही पड़ता है. ऐसे में जरूरी है तो जनता द्वारा अपराधी या अपराध का डटकर सामना किया जाए और उसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी जाए.