मुंबई: अडाणी समूह ने स्पष्ट किया है कि अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी, उनके भतीजे सागर अडाणी और वरिष्ठ कार्यकारी विनीत जैन पर अमेरिकी अभियोग में रिश्वतखोरी का कोई आरोप नहीं है. अडाणी ग्रुप के अंतर्गत आने वाली कंपनी अडाणी ग्रीन ने भी स्टॉक एक्सचेंज में दाखिल अपनी ताजा फाइलिंग में इस बारे में मीडिया रिपोर्ट को गलत बताया है.
अडाणी डानी समूह ने एक बयान में कहा कि गौतम अडाणी, सागर अडानी और विनीत जैन पर अमेरिकी न्याय विभाग के अभियोग या अमेरिकी एसईसी की सिविल शिकायत में निर्धारित आरोपों के तहत एफसीपीए के किसी भी उल्लंघन का आरोप नहीं लगाया गया है. एफसीपीए का अमेरिकी विदेशी भ्रष्टाचार आचरण अधिनियम से है.
#WATCH | On the allegations against Adani Group in a US Court, former Attorney General and Senior Counsel Mukul Rohatgi says, " ...i have gone through this indictment by the us court. my assessment is that there are 5 charges or 5 counts. neither in count 1 nor in count 5 is mr.… pic.twitter.com/0rvVWWvq4S
— ANI (@ANI) November 27, 2024
न्याय विभाग द्वारा अभियोग में पांच आरोप शामिल हैं, लेकिन पहले और पांचवें आरोप - एफसीपीए का उल्लंघन करने की साजिश और न्याय में बाधा डालने की साजिश - में तीन निदेशकों, गौतम अडाणी, सागर अडाणी और विनीत जैन का उल्लेख नहीं है. वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आरोप पत्र में एक भी नाम नहीं है और इस बारे में कोई विवरण नहीं है कि किसे रिश्वत दी गई है.
अमेरिका में लगे आरोप
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, कथित रिश्वतखोरी योजना में अमेरिकी निवेशकों और वित्तीय संस्थानों से महत्वपूर्ण जानकारी छिपाई गई थी. कथित तौर पर अडाणी समूह ने जांच के दायरे में आने वाली अवधि के दौरान अपनी सोलर एनर्जी परियोजनाओं के लिए अरबों डॉलर जुटाए.