जयपुर. शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के आरटीई का पैसा देने से मना करने के बाद निजी शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है. निजी स्कूलों के सैकड़ों शिक्षकों ने सोमवार को विशाल रैली निकालकर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी. स्कूल शिक्षा परिवार और अन्य संगठनों ने बनीपार्क स्थित यूथ कांग्रेस कार्यालय से होते हुए जयपुर जिला कलेक्ट्रेट तक विशाल रैली निकाली.
प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया था, जो शिक्षकों की अधिक संख्या को देखते हुए वह नाकाफी साबित हुआ. स्कूल शिक्षा परिवार के अध्यक्ष अनिल शर्मा के नेतृत्व में यहां सभा की गई. सभा में आरटीई का पैसा देने पर और निजी स्कूल खोलने की भी मांग की. प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने कहा कि जब सरकारी स्कूल खुली है, तो निजी स्कूलों को भी खोला जाए.
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रैली में कई अभिभावक भी शामिल हुए. स्कूल शिक्षा परिवार के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया पिछले 2 साल का आरटीई का पैसा स्कूलों का बकाया चल रहा है. कुछ दिनों पहले शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भी बयान दिया था कि वे इस साल आरटीई का पैसा नहीं दे सकते. अनिल शर्मा ने बताया कि शिक्षा मंत्री के यहां से एक पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें वार्ता के लिए बुलाया गया है. इस वार्ता में हर जिले के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे.
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वार्ता का निमंत्रण मिलने के बाद शिक्षकों ने अनिश्चितकालीन धरने को स्थगित कर दिया है. अनिल शर्मा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वार्ता में आरटीई का पैसा देने और 4 जनवरी से स्कूल खोलने की भी मांग करेंगे. अनिल शर्मा ने कहा कि निजी स्कूलों का करीब 800 करोड़ रुपए आरटीई का बकाया चल रहा है, कोविड के कारण फीस भी अभिभावक नहीं दे पा रहे हैं. सरकारी भी हमारी मदद नहीं कर रही, ऐसे में शिक्षक अपना जीवन कैसे चलाएगा.