जयपुर. राजधानी पर क्रिकेट का बुखार चढ़ रहा है. टी-20 विश्वकप में हालांकि भारतीय टीम अपने नाम के मुताबिक जलवा नहीं बिखेर पाई. लेकिन अब जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में 17 नवंबर को न्यूजीलैंड के साथ भारतीय टीम की टक्कर होगी.
यहां होने वाले अंतरराष्ट्रीय T20 मुकाबले के दौरान सुरक्षा के लिए जयपुर पुलिस ने भी कमर कस ली है. स्टेडियम के साथ ही जिस होटल में न्यूजीलैंड और भारतीय क्रिकेट टीमें ठहरी हैं, वहां पर भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. दोनों ही क्रिकेट टीम बायो बबल में रह रही हैं. जिसके चलते सुरक्षा को काफी कड़ा रखा गया है. खिलाड़ियों व टीम मैनेजमेंट के किसी भी सदस्य के पास परिंदा तक पर नहीं मार सकता.
तकरीबन 8 साल बाद जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में किसी अंतरराष्ट्रीय मैच का आयोजन किया जा रहा है. इसे देखते हुए सुरक्षा में जयपुर पुलिस के कमांडो और जवान तैनात किए गए हैं. साथ ही क्यूआरटी, एटीएस, एसटीएफ, हाड़ी रानी बटालियन और आरएसी बटालियन को भी सुरक्षा में तैनात किया गया है. इन तमाम सुरक्षा व्यवस्थाओं के लिए आरसीए की ओर से तकरीबन 2 करोड़ रुपए की राशि चुकाई जाएगी.
हालांकि यह राशि बीसीसीआई की ओर से आरसीए को दी जाएगी और उसे आरसीए की ओर से जयपुर पुलिस के खाते में जमा करवाया जाएगा.
बायो बबल की सुरक्षा में तैनात क्विक रिस्पांस टीम के कमांडो
एडिशनल पुलिस कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर हैदर अली जैदी ने बताया कि बायो बबल की सुरक्षा का जिम्मा क्विक रिस्पांस टीम के कमांडो को सौंपा गया है. कोई भी बाहरी व्यक्ति दोनों ही क्रिकेट टीम के किसी भी खिलाड़ी या टीम मैनेजमेंट से जुड़े हुए किसी भी सदस्य के नजदीक नहीं जा सकता. होटल से स्टेडियम तक प्रैक्टिस के लिए टीम को लाने-ले जाने के लिए जयपुर पुलिस की ओर से एस्कॉर्ट प्रदान की गई है. एस्कॉर्ट में ट्रैफिक पुलिस के साथ ही इमरजेंसी रिस्पांस टीम के कमांडो शामिल किए गए हैं. इसके साथ ही मैच वाले दिन स्टेडियम में खिलाड़ियों का जिस गेट से प्रवेश होगा वहां पर ऊंची फेंसिंग लगाई जाएगी, ताकि बायो बबल की पालना हो सके और कोई भी खिलाड़ियों के आसपास न जा सके.
पुलिस की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
17 नवंबर को भारत न्यूजीलैंड के बीच में होने वाली अंतरराष्ट्रीय T20 मैच के दौरान एसएमएस स्टेडियम में पुलिस की तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रहेगी. जिसके तहत सुरक्षा व्यवस्था में 1500 पुलिसकर्मियों को स्टेडियम के अंदर तैनात किया जाएगा. जिसमें 400 पुलिसकर्मी जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के और 1100 पुलिसकर्मी पुलिस मुख्यालय से मिली 5 कंपनियों के रहेंगे. स्टेडियम में चार गेट से खिलाड़ियों, वीवीआईपी और आमजन की एंट्री रहेगी. सबसे ज्यादा भीड़ टोंक रोड स्थित ईस्ट गेट से स्टेडियम में प्रवेश करेगी.जिसे देखते हुए ईस्ट गेट पर सुरक्षा में ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
साथ ही अर्जुन की मूर्ति के पास रेलिंग लगाकर जिकजैक रास्ता बनाया जाएगा ताकि भीड़ को टोंक रोड पर जाने से रोका जा सके. इसी प्रकार अमर जवान ज्योति के पीछे स्थित साउथ गेट से वीवीआईपी और खिलाड़ियों की एंट्री रहेगी. जिसके चलते वहां पर भी सुरक्षा में ज्यादा फोर्स तैनात की गई है.
इसके साथ ही साउथ गेट के सामने स्थित तमाम ऊंची इमारतों पर पुलिस के जवान और कमांडो दूरबीन के साथ तैनात किए गए हैं. इसके साथ ही स्टेडियम में 4 मुख्य दरवाजे से प्रवेश करने के बाद 12 ब्लॉक में दर्शकों के प्रवेश करने के लिए 32 अलग-अलग गेट हैं. जहां पर सुरक्षा में सब इंस्पेक्टर, महिला पुलिसकर्मी और प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड तैनात किए जाएंगे. ग्राउंड में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षा जांच के बाद ही अंदर प्रवेश करने दिया जाएगा और मेटल डिटेक्टर से प्रत्येक व्यक्ति की जांच की जाएगी.
9 हजार वाहनों की पार्किंग के लिए स्थान किया गया चिह्नित
17 नवंबर को एसएमएस स्टेडियम में मैच देखने आने वाले दर्शकों के वाहनों की पार्किंग के लिए स्टेडियम के चारों और पार्किंग स्थल बनाए गए हैं. जहां पर 7 हजार दुपहिया वाहन और 2 हजार चौपहिया वाहनों की पार्किंग की जा सकेगी. मैच देखने आने वाले दर्शक अपने वाहन अमरूदों का बाग, एसएमएस कन्वेंशन सेंटर और राजस्थान यूथ हॉस्टल के पास खाली मैदान में पार्क कर सकेंगे.
इसके साथ ही साउथ गेट जहां से वीवीआईपी लोगों का प्रवेश होना है, उसके अंदर 400 दुपहिया वाहनों की पार्किंग का इंतजाम किया गया है. इसके साथ ही मैच पूरा होने के बाद जब दर्शक स्टेडियम से बाहर निकलेंगे तो उस समय सड़कों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न न हो इसका भी विशेष ध्यान रखा गया है. जिसे देखते हुए यातायात को टोंक रोड से जेएलएन मार्ग, सहकार मार्ग व अन्य वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट किया जाएगा.