जयपुर. जयपुर ग्रामीण पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस कांस्टेबल भर्ती, आर्मी भर्ती और एग्रीकल्चर भर्ती परीक्षाओं के पेपर आउट कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस की सजगता के चलते पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर आउट होने से बच गया.
पुलिस ने गिरोह के सदस्यों को हिरासत में लिया है. गिरोह के सदस्य एग्जाम से 2 घंटे पहले पेपर आउट करते थे और 6 लाख रुपये में अभ्यर्थियों को पेपर मुहैया करवाते थे. पेपर आउट होने से पहले गिरोह डेढ़ लाख रुपए की पहली किस्त एडवांस लेते और उसके बाद बाकी राशि बाद में लेते थे. जयपुर ग्रामीण एसपी शंकर दत्त शर्मा के निर्देशन में गिरोह के मास्टरमाइंड राजेंद्र मीणा को दबोचा गया है. पुलिस ने मास्टरमाइंड राजेंद्र मीणा को डेढ़ लाख रुपए लेते हुए धर दबोचा.
गिरोह आर्मी भर्ती, एग्रीकल्चर और पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर आउट करता था. अब तक दर्जनों परीक्षाओं के पेपर आउट होने की बात भी सामने आई है. भर्ती परीक्षाओं के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं. अब 6 नवंबर, 7 नवंबर और 8 नवंबर को कांस्टेबल भर्ती परीक्षा होनी है. भर्ती परीक्षा का पेपर आउट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश होने से कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर आउट होने से बच गया. विराट नगर थाना पुलिस ने कार्रवाई की है.
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जयपुर ग्रामीण एसपी शंकर दत्त शर्मा के मुताबिक पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा को ध्यान में रखते हुए भर्तियों के दौरान युवाओं को नौकरी दिलवाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह की विशेष निगरानी रखते हुए सूचनाएं एकत्रित की गई. जयपुर ग्रामीण पुलिस की डीएसटी टीम के प्रभारी हेमराज मीणा को निर्देशित किया गया था. जिस पर डीएसटी टीम और विराट नगर थाना पुलिस ने विशेष निगरानी रखते हुए सतर्कता बरती. पुलिस की स्पेशल टीम गठित कर कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में पेपर उपलब्ध करवाने और नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य राजेंद्र प्रसाद मीणा को हिरासत में लिया गया है. जिससे पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है. आरोपी से पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.
वारदात का तरीका...
आरोपी ग्राम मेड में नेशनल डिफेंस एकेडमी खोलकर उसमें कोचिंग करवाने और पैरा मिलिट्री फोर्सेज की तैयारी के लिए एडमिशन करता है. बाद में बेरोजगार युवाओं को भर्ती परीक्षा में समय से पहले पेपर उपलब्ध करवाने और नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी करता है. आरोपी स्वयं आइटीबीपी की नौकरी छोड़ चुका है, जो वर्तमान में डिसमिस चल रहा है.
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1 नवंबर को पीड़ित सौरभ मीणा ने शाहपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि वह बेरोजगार है. वर्तमान में राजस्थान पुलिस कांस्टेबल की तैयारी कर रहा है. पीड़ित ने अपने दोस्त के साथ नेशनल डिफेंस एकेडमी मेड में तैयारी करने के लिए एडमिशन लिया गया था. संस्थान के संचालक राजेंद्र प्रसाद मीणा द्वारा पीड़ित को पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर समय से 2 घंटे पहले उपलब्ध करवाने और पुलिस में भर्ती करवाने के 6 लाख रुपये तय किए गए. जिसमें एडवांस में 1.20 लाख रुपये देने और पेपर देते समय डेढ़ लाख रुपए और बाकी 3 लाख रुपये सलेक्शन होने के बाद देना बताया गया था.
इस पर पीड़ित ने आरोपी को 1.20 लाख रुपये एडवांस दे दिए और बाकी रुपए पेपर देने उस सलेक्शन के बाद देना तय हुआ. बाद में आरोपी के बारे में जानकारी की तो पता चला कि वह व्यक्ति बेरोजगार युवाओं से नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगी करता है. जिस पर मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की गई. आखिरकार पुलिस ने सफलता हासिल करते हुए गिरोह के सरगना को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के दौरान बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.