जयपुर. फर्जी ई-चालान (fake e-invoice) बनाकर विक्रय पत्र पंजीयन करवाकर सरकार को करोड़ों रुपयों की राजस्व हानि पहुंचाने के मामले में दर्ज मुकदमे के अनुसंधान में जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ( Jaipur Police Commissionerate) ने सरगना तक पहुंचने में सफलता प्राप्त की है. कमिश्नरेट की एसआईटी (SIT) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया.
एसआईटी (SIT) ने कार्रवाई करते हुए आरोपी गिरोह के सदस्य जोगेंद्र उर्फ योगेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश कर 2 नवंबर तक पुलिस कस्टडी में लिया है.आरोपी से गैंग में शामिल अन्य बदमाशों के बारे में पूछताछ की जा रही है. वहीं वारदात में प्रयुक्त इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और धोखाधड़ी कर प्राप्त की गई राशि की बरामदगी का प्रयास किया जा रहा है.
पढ़ें- 1 करोड़ की ठगी करने वाले दो साइबर ठग गिरफ्तार, स्वैप मशीन के साथ कई डेबिट और एटीएम कार्ड भी बरामद
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरोह के सदस्यों ने उप पंजीयक जयपुर द्वितीय के कार्यालय में 105 दस्तावेजों का फर्जी ई-ग्रास चालान बनाकर सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व की हानि पहुंचाई. गिरोह के सदस्यों ने फर्जी चालान बनाकर रजिस्ट्रेशन के नाम पर लोगों से राशि हड़प ली. जब लोगों के पास सब रजिस्ट्रार कार्यालय से 12% ब्याज के साथ राशि जमा कराने के नोटिस पहुंचे तब जाकर उन्हें उनके साथ हुई ठगी का पता चला.
ठगी का शिकार हुए पीड़ित
इसके बाद बनीपार्क थाने (Bunnypark police station) में ठगी का शिकार हुए पीड़ित लोगों ने बड़ी संख्या में शिकायत दर्ज कराई. जिस पर एक एसआईटी का गठन किया गया. प्रकरण की जांच शुरू की गई. जिस पर कार्रवाई करते हुए एसआईटी ने फर्जी ई-ग्रास चालान जीआरएन नंबर तैयार करने वाले अपराधियों को नामजद किया. उसी के तहत कार्रवाई करते हुए शनिवार को गिरोह के एक सदस्य जोगेंद्र कुमार उर्फ योगेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल प्रकरण में पुलिस की जांच लगातार जारी है.