जयपुर. शहर में लगातार क्राइम के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इसे देखते हुए अब जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने एक बड़ा कदम उठाया है. जिसको लेकर जयपुर कमिश्नरेट ने पुलिसकर्मियों को 5 स्पेशल ड्रोन दिए हैं. जिसकी मदद से अब पुलिसकर्मी अपराधियों पर पैनी नजर रख सकेंगे. इसके साथ ही पुलिसकर्मियों को अपराधों को कम करने में भी मदद मिलेगी.
बता दें कि इस ड्रोन की खासियत ये है कि इस पर लगे कैमरे हाई रेज्युलेशन के है और इस तरह से काम करते है जैसे कि आसमान में उड़ता हुआ कोई बाज जमीन पर भाग रहे एक छोटी सी चीज को देख उसे दबोच लेता है. इस ड्रोन को उड़ाने के लिए बकायदा जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के कुछ पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है. जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के चारों जिलो और पुलिस कंट्रोल रूम अभय कमांड सेंटर को ये ड्रोन दिए गए. इन ड्रोन के माध्यम से क्राइम कंट्रोल और लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने में पुलिसकर्मियों को काफी मदद मिलेगी.
5 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकता है ड्रोन
एडिशनल पुलिस कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर अजय पाल लांबा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि पुलिस मुख्यालय की ओर से दिए गए 5 ड्रोन विशेष खूबी वाले हैं. इन ड्रोन की रेंज सामान्य ड्रोन की तुलना में काफी अधिक है और ये काफी ऊंचाई तक उड़ सकते हैं. इसके साथ ही काफी लंबी दूरी का एरिया भी बड़ी आसानी से कवर कर सकते हैं.
बता दें कि ये स्पेशल ड्रोन पुलिस कंट्रोल रूम अभय कमांड सेंटर से कनेक्ट होकर किसी भी एरिया की लाइव लोकेशन दिखा सकेंगे और इन्हें पुलिस कंट्रोल रूम या फिर थाने के अंदर बैठकर भी ऑपरेटर की ओर से ऑपरेट किया जा सकेगा.
5 किलोमीटर के एरियल डिस्टेंस को कवर करेगा ड्रोन
पुलिस मुख्यालय की ओर से जयपुर पुलिस को दिया गया विशेष ड्रोन 5 किलोमीटर के एरियल डिस्टेंस को बड़ी आसानी से कवर कर सकेगा. सबसे बड़ी बात ये है कि पुलिस थाने में बैठा हुआ ऑपरेटर बड़ी आसानी से ड्रोन को पुलिस थाने से ही ऑपरेट करेगा और पूरा थाना क्षेत्र इस दौरान कवर किया जा सकेगा. ये ड्रोन 5 किलोमीटर की परिधि को कवर करने के साथ ही 2 किलोमीटर तक की ऊंचाई पर भी जा सकता है और 2 किलोमीटर की ऊंचाई से भी जमीन पर पड़ी हुई चीज को बड़ी आसानी से कैप्चर कर सकता है.
2 इंच तक के ऑब्जेक्ट को पहचानता है ये ड्रोन
इस ड्रोन की एक विशेष खूबी ये भी है कि ये जमीन से 2 किलोमीटर की ऊंचाई पर उड़ने के बावजूद भी किसी भी छत या सड़क पर पड़े हुए किसी भी 2 इंच के ऑब्जेक्ट को बड़ी आसानी से पहचान सकता है और उसकी फोटो कैप्चर करके संबंधित थाने या फिर पुलिस कंट्रोल रूम को दे सकता है. कानून व्यवस्था को बनाए रखने में ये ड्रोन आने वाले समय में जयपुर पुलिस के लिए एक मजबूत ढाल का काम करेगा. अब यदि असामाजिक तत्वों ने अपने छतों पर पत्थर या कुछ अन्य सामान इकट्ठा करके रखा हुआ है तो उसकी पहचान इस ड्रोन के माध्यम से बड़ी आसानी से की जा सकेगी और ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस सख्त एक्शन ले सकेगी.
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पुलिस कंट्रोल रूम से उड़ेगा ड्रोन
जयपुर पुलिस के कंट्रोल रूम अभय कमांड सेंटर से एक ड्रोन हमेशा कनेक्ट रहेगा. जिसे अभय कमांड सेंटर से ही उड़ाया जाएगा और वहां से ही ऑपरेटर की ओर से उस ड्रोन को इंस्ट्रक्शन दिए जाएंगे. ड्रोन से कैप्चर की जा रही तमाम गतिविधियों को अभय कमांड सेंटर की बड़ी स्क्रीन पर आसानी से देखा जा सकेगा और अपराधियों को दबोचने और कानून व्यवस्था को बनाए रखने में ये ड्रोन काफी मददगार साबित होगा.
भीड़ में करेगा अपराधियों की पहचान
इसके साथ ही ये ड्रोन भीड़ में छिपकर अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वाले शातिर बदमाशों की पहचान भी करेगा. जितने भी शातिर बदमाश जिनका डाटा पुलिस के पास है उनका डाटा पुलिस कंट्रोल रूम अभय कमांड सेंटर के माध्यम से ड्रोन डिवाइस में इंस्टॉल किया जाएगा. भीड़ में यदि कोई भी बदमाश ड्रोन से कैप्चर किया जाएगा तो उसकी पहचान आसानी से करते हुए उस बदमाश को पुलिस की ओर से दबोचा जाएगा.