जयपुर. पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर वर्ष 2019 का वार्षिक अपराध प्रतिवेदन मीडिया के सामने प्रस्तुत किया. सरकार और पुलिस मुख्यालय से मिले आदेश के बाद आईपीसी के प्रकरणों के दर्ज होने की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. वर्ष 2019 में वर्ष 2018 की तुलना में दर्ज किए गए प्रकरणों में 46 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है.
वहीं, इसके साथ ही महिला अत्याचारों के प्रकरण में भी वर्ष 2018 की तुलना में वर्ष 2019 में 66 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. इसके साथ ही वर्ष 2019 के अंत में मुकदमों की पेंडेंसी 14 प्रतिशत दर्ज की गई है. साथ ही वर्ष 2019 का वार्षिक अपराध प्रतिवेदन पेश करते हुए जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि वर्ष 2018 में कुल 22754 मुकदमे विभिन्न आईपीसी धारा के तहत दर्ज किए गए.
जबकि, वर्ष 2019 में 33180 मुकदमें दर्ज किए गए जो कि वर्ष 2018 की तुलना में 46 प्रतिशत अधिक हैं. वहीं, महिला अत्याचारों के प्रकरण में वर्ष 2018 में 2099 मुकदमे दर्ज हुए थे और वर्ष 2019 में 3474 मुकदमे दर्ज किए गए, जो कि वर्ष 2018 की तुलना में 66 प्रतिशत अधिक हैं. उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम के तहत वर्ष 2018 में 255 प्रकरण दर्ज किए गए जबकि वर्ष 2019 में 511 प्रकरण दर्ज किए गए.
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संगठित अपराधों, वांछित और इनामी अपराधियों के खिलाफ की गई कार्रवाई
- आबकारी एक्ट के तहत वर्ष 2018 की तुलना में वर्ष 2019 में 7 प्रतिशत अधिक कार्रवाई की गई. वर्ष 2019 में आबकारी एक्ट में 1797 प्रकरण दर्ज कर 1807 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया.
- NDPS एक्ट के तहत वर्ष 2018 में केवल 45 प्रकरण दर्ज किए गए थे जबकि वर्ष 2019 में 239 प्रकरण दर्ज किए गए. वहीं, 285 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया. वर्ष 2018 की तुलना में वर्ष 2019 में एनडीपीएस एक्ट के तहत 431 प्रतिशत अधिक कार्रवाई की गई.
- वर्ष 2019 में आर्म्स एक्ट में 274 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया. जिनके कब्जे से 149 अवैध हथियार जप्त किए गए.
- वर्ष 2019 में 75 इनामी बदमाश, 153 टॉप 10 अपराधी और 2197 स्टैंडिंग वारंटीओं को गिरफ्तार किया गया.
- समाज कंटको और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई
- सार्वजनिक स्थान पर शराब पीने वाले कुल 37395 लोगों के खिलाफ वर्ष 2019 में पुलिस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई.
- गुंडा एक्ट के तहत वर्ष 2019 में 153 बदमाशों को जिला बदर किया गया और 23 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई.
- कार्यपालक मजिस्ट्रेट की ओर से विभिन्न दंड प्रक्रिया संहिता के तहत कुल 19185 व्यक्तियों को पाबंद कराया गया और 139 लोक न्यूसेंस हटाए गए.
यातायात के क्षेत्र में की गई कार्रवाई
- वर्ष 2019 में एमबी एक्ट के तहत कुल 830286 वाहन चालकों के चालान किए गए. जिनसे 108226400 रुपए का जुर्माना वसूला गया और राजकोष में जमा करवाया गया.
- शराब पीकर वाहन चलाने वाले 24207 वाहन चालकों के खिलाफ 185 एमवी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई और 6797 चालकों के लाइसेंस निलंबित किए गए.
कानून व्यवस्था और VIP सुरक्षा संबंधित कार्रवाई
- वर्ष 2019 में 2555 रैली, पदयात्रा, शोभायात्रा, मैराथन सहित विभिन्न जुलूस में पुलिस की ओर से उचित प्रबंध कर शांतिपूर्ण आयोजन संपन्न कराया गया.
- वर्ष 2019 में 153 विभिन्न परीक्षाओं को शांतिपूर्वक संपन्न करवाया गया.
- वर्ष 2019 में जयपुर शहर में 1027 VIP व्यक्तियों का मूवमेंट हुआ. जिन्हें उनकी सुरक्षा श्रेणी के अनुसार सुरक्षा उपलब्ध करवाई की गई.
प्रशासनिक कार्य
- वर्ष 2019 में पुलिस कमिश्नरेट में 845 पुरुष कांस्टेबल, 120 महिला कांस्टेबल और 40 कांस्टेबल ड्राइवर को प्रशिक्षण के बाद विभिन्न थानों में तैनात किया गया.
- वर्ष 2019 में रामनगरिया और मालपुरा गेट नामक दो नए थाने सृजित किए गए.
- वर्ष 2019 में कुल 1587 पुलिसकर्मियों को पुलिस कमिश्नरेट स्तर पर पुरस्कृत किया गया और 521 पुलिसकर्मियों को पुलिस मुख्यालय स्तर पर पुरस्कृत किया गया.
- वर्ष 2019 में उल्लेखनीय कार्य करने पर 28 कॉन्स्टेबल, 8 हेड कांस्टेबल, 2 सहायक उप निरीक्षक और दो उपनिरीक्षकों को विशेष पदोन्नति प्रदान की गई.
- वर्ष 2019 में कार्य में अनियमितता बरतने पर और अनुशासनहीनता करने पर 163 पुलिसकर्मियों को दंडित किया गया.
- वर्ष 2019 में तीन पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त किया गया.