ETV Bharat / city

जयपुर: निगम ने बीवीजी कंपनी को किराए पर दिए 100 हूपर, दिया 1 महीने का अल्टीमेटम - Jaipur Municipal Corporation

राजधानी में बीते 4 दिन से सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. लोगों के घर डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाले हूपर नहीं पहुंच रहे हैं जिसके कारण शहरवासी सड़कों पर कचरा फेंक रहे हैं. स्वच्छता व्यवस्था को सुधारने के लिए अब निगम ने बीच का रास्ता निकाला है. बीवीजी कंपनी को निगम के 100 हूपर किराए पर देने का फैसला लिया है. साथ ही कंपनी को 1 महीने के भीतर व्यवस्थाएं सही कर लेने का अल्टीमेटम भी दिया है.

नगर निगम सफाई व्यवस्था, bvg company in jaipur
बीवीजी कंपनी को निगम ने दिया अल्टीमेटम
author img

By

Published : Jul 15, 2020, 12:26 AM IST

जयपुर. नगर निगम, बीवीजी कंपनी और डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाले हूपर संचालकों का विवाद शहर की स्वच्छता पर भारी पड़ रहा है. शनिवार से मंगलवार बीत गया. लेकिन विवाद नहीं सुलझा. शहर के निवर्तमान 8 जोन में से महज 3 में ही डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाले हूपर पहुंच रहे हैं. जबकि वेंडर्स अपने सवा साल से लंबित चल रहे भुगतान की वजह से काम बंद करे बैठे हैं.

सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए निगम देगा किराए पर हूपर

ऐसे में शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. वहीं विवाद का निपटारा न होता देख अब नगर निगम प्रशासन ने बीवीजी कंपनी को भी 30 दिन में व्यवस्थाएं दुरुस्त करने को लेकर अल्टीमेटम दिया है. तब तक निगम कीओर से हाल ही में खरीदे गए 100 हूपर को कंपनी को किराए पर देने का फैसला लिया गया है.

इस संबंध में ग्रेटर नगर निगम कमिश्नर दिनेश यादव ने कहा कि, कंपनी निगम के पास भुगतान लंबित बता रही है. जबकि मार्च तक का पूरा पेमेंट किया जा चुका है. हालांकि इस आरोप-प्रत्यारोप के बीच अब एक कमेटी बनाकर इससे सुलझाने की कोशिश की जा रही है. वहीं तात्कालिक सफाई की समस्या को ध्यान में रखते हुए बीवीजी कंपनी को किराए पर हूपर दिए जाएंगे. और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए किसी भी कीमत पर 30 दिन से ज्यादा का समय नहीं दिया जाएगा. इसके बाद कठोर कदम उठाया जाएगा.

ये पढ़ें: निगम, बीवीजी कंपनी और हूपर संचालकों का विवाद शहर की स्वच्छता पर भारी

बता दें कि राजधानी में करीब 527 डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ियां संचालित है. इनमें से बीवीजी की गाड़ियां महज 106 हैं. जबकि 421 गाड़ियां वेंडर्स की है, जो निगम से सीधे न जुड़कर बीवीजी के मार्फत शहर भर से कचरा संग्रहण कर रहे हैं. कंपनी की तरफ से इनका भुगतान नहीं किया गया है. जिसकी वजह से काम का बहिष्कार किए हुए हैं.

जयपुर. नगर निगम, बीवीजी कंपनी और डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाले हूपर संचालकों का विवाद शहर की स्वच्छता पर भारी पड़ रहा है. शनिवार से मंगलवार बीत गया. लेकिन विवाद नहीं सुलझा. शहर के निवर्तमान 8 जोन में से महज 3 में ही डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाले हूपर पहुंच रहे हैं. जबकि वेंडर्स अपने सवा साल से लंबित चल रहे भुगतान की वजह से काम बंद करे बैठे हैं.

सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए निगम देगा किराए पर हूपर

ऐसे में शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. वहीं विवाद का निपटारा न होता देख अब नगर निगम प्रशासन ने बीवीजी कंपनी को भी 30 दिन में व्यवस्थाएं दुरुस्त करने को लेकर अल्टीमेटम दिया है. तब तक निगम कीओर से हाल ही में खरीदे गए 100 हूपर को कंपनी को किराए पर देने का फैसला लिया गया है.

इस संबंध में ग्रेटर नगर निगम कमिश्नर दिनेश यादव ने कहा कि, कंपनी निगम के पास भुगतान लंबित बता रही है. जबकि मार्च तक का पूरा पेमेंट किया जा चुका है. हालांकि इस आरोप-प्रत्यारोप के बीच अब एक कमेटी बनाकर इससे सुलझाने की कोशिश की जा रही है. वहीं तात्कालिक सफाई की समस्या को ध्यान में रखते हुए बीवीजी कंपनी को किराए पर हूपर दिए जाएंगे. और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए किसी भी कीमत पर 30 दिन से ज्यादा का समय नहीं दिया जाएगा. इसके बाद कठोर कदम उठाया जाएगा.

ये पढ़ें: निगम, बीवीजी कंपनी और हूपर संचालकों का विवाद शहर की स्वच्छता पर भारी

बता दें कि राजधानी में करीब 527 डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ियां संचालित है. इनमें से बीवीजी की गाड़ियां महज 106 हैं. जबकि 421 गाड़ियां वेंडर्स की है, जो निगम से सीधे न जुड़कर बीवीजी के मार्फत शहर भर से कचरा संग्रहण कर रहे हैं. कंपनी की तरफ से इनका भुगतान नहीं किया गया है. जिसकी वजह से काम का बहिष्कार किए हुए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.