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विकास कार्य के नाम पर पहले पूछा नाम, फिर भेज दिए 5-5 हजार रुपए के चालान - जयपुर में गंदगी

जयपुर ग्रेटर नगर निगम प्रशासन द्वारा ऐसे लोगों की सूची कोर्ट में भेजी जा रही है, जिनके द्वारा सड़क पर कचरा और गंदगी फैलाई जा रही है. कोर्ट से संबंधित लोगों को 5-5 हजार रुपए के नोटिस भेजे जा रहे हैं. जिसकी गुहार लेकर सोमवार को पांच्यावाला क्षेत्र निवासी मेयर के पास पहुंचे और यहां सड़क और सीवरेज की व्यवस्था नहीं होने का हवाला देते हुए इस तरह की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की.

invoices of dirt spreaders, Jaipur Municipal Corporation action
विकास कार्य के नाम पर पहले पूछा नाम
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Published : Apr 13, 2021, 8:34 AM IST

जयपुर. ग्रेटर नगर निगम प्रशासन द्वारा ऐसे लोगों की सूची कोर्ट में भेजी जा रही है, जिनके द्वारा सड़क पर कचरा और गंदगी फैलाई जा रही है. कोर्ट से संबंधित लोगों को 5-5 हजार रुपए के नोटिस भेजे जा रहे हैं. जिसकी गुहार लेकर सोमवार को पांच्यावाला क्षेत्र निवासी मेयर के पास पहुंचे और यहां सड़क और सीवरेज की व्यवस्था नहीं होने का हवाला देते हुए इस तरह की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की.

विकास कार्य के नाम पर पहले पूछा नाम

ग्रेटर नगर निगम प्रशासन द्वारा रोड पर गंदगी फैलाने वालों के चालान किए जा रहे हैं. हालांकि क्षेत्र में सीवरेज, सड़क और नाली जैसी सुविधाएं नहीं होने के चलते आम जनता को ये जुर्माना रास नहीं आ रहा. जिसका विरोध करते हुए सोमवार को वार्ड 51 के लोग महापौर सौम्या गुर्जर के पास जा पहुंचे. लोगों ने बताया कि घरों से निकला गंदा पानी रोड पर आ रहा है. इस एवज में क्षेत्रीय लोगों को नोटिस थमाए जा रहे हैं, जबकि क्षेत्र में ना तो सड़क है ना सीवरेज की व्यवस्था और टारगेट कर ऐसे लोगों को नोटिस दिए जा रहे हैं, जिनके पास दो वक्त की रोटी का भी बमुश्किल जुगाड़ होता है. क्षेत्रीय लोगों को 5-5 हजार रुपए के नोटिस भेजे जा रहे हैं. यही नहीं इस संबंध में जब कोर्ट में गुहार लगाई जाती है, तो वहां पर भी सख्ती बरती जा रही है.

पढ़ें- जयपुर ग्रेटर में स्ट्रीट लाइटें चोरी होने पर FIR दर्ज, CCTV में निगम की ही गाड़ी दिखी स्ट्रीट लाइट उतारते

वहीं स्थानीय वार्ड पार्षद सुखप्रीत बंसल ने बताया कि बीते 4-5 दिन से नियमित शाम को पुलिसकर्मी क्षेत्र में पहुंचकर लोगों को चालान की कॉपी दे रहे हैं. जिसमें रोड पर घरों से गंदा पानी आने का जिक्र किया गया है, जबकि क्षेत्र में किसी तरह का विकास कार्य नहीं किया गया है. यहां तक की मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है. उन्होंने इसे निगम का पक्षपातपूर्ण रवैया बताया.

इस पर महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने कहा कि पांच्यावाला क्षेत्र में रहने वाले लोग शिकायत लेकर यहां तक आए हैं. यदि गलत तरीके से चालान हुए हैं, तो कार्रवाई भी की जाएगी. इस संबंध में झोटवाड़ा उपायुक्त से बात की गई है. किसी को भी बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा. निगम प्रशासन की ओर से क्षेत्र में गड्ढे खुदवाने पर चर्चा भी हुई है, ताकि घरों का पानी सड़कों पर ना आए. जल्द ही इस पर निर्णय लिए जाने की भी बात की जा रही है.

जयपुर. ग्रेटर नगर निगम प्रशासन द्वारा ऐसे लोगों की सूची कोर्ट में भेजी जा रही है, जिनके द्वारा सड़क पर कचरा और गंदगी फैलाई जा रही है. कोर्ट से संबंधित लोगों को 5-5 हजार रुपए के नोटिस भेजे जा रहे हैं. जिसकी गुहार लेकर सोमवार को पांच्यावाला क्षेत्र निवासी मेयर के पास पहुंचे और यहां सड़क और सीवरेज की व्यवस्था नहीं होने का हवाला देते हुए इस तरह की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की.

विकास कार्य के नाम पर पहले पूछा नाम

ग्रेटर नगर निगम प्रशासन द्वारा रोड पर गंदगी फैलाने वालों के चालान किए जा रहे हैं. हालांकि क्षेत्र में सीवरेज, सड़क और नाली जैसी सुविधाएं नहीं होने के चलते आम जनता को ये जुर्माना रास नहीं आ रहा. जिसका विरोध करते हुए सोमवार को वार्ड 51 के लोग महापौर सौम्या गुर्जर के पास जा पहुंचे. लोगों ने बताया कि घरों से निकला गंदा पानी रोड पर आ रहा है. इस एवज में क्षेत्रीय लोगों को नोटिस थमाए जा रहे हैं, जबकि क्षेत्र में ना तो सड़क है ना सीवरेज की व्यवस्था और टारगेट कर ऐसे लोगों को नोटिस दिए जा रहे हैं, जिनके पास दो वक्त की रोटी का भी बमुश्किल जुगाड़ होता है. क्षेत्रीय लोगों को 5-5 हजार रुपए के नोटिस भेजे जा रहे हैं. यही नहीं इस संबंध में जब कोर्ट में गुहार लगाई जाती है, तो वहां पर भी सख्ती बरती जा रही है.

पढ़ें- जयपुर ग्रेटर में स्ट्रीट लाइटें चोरी होने पर FIR दर्ज, CCTV में निगम की ही गाड़ी दिखी स्ट्रीट लाइट उतारते

वहीं स्थानीय वार्ड पार्षद सुखप्रीत बंसल ने बताया कि बीते 4-5 दिन से नियमित शाम को पुलिसकर्मी क्षेत्र में पहुंचकर लोगों को चालान की कॉपी दे रहे हैं. जिसमें रोड पर घरों से गंदा पानी आने का जिक्र किया गया है, जबकि क्षेत्र में किसी तरह का विकास कार्य नहीं किया गया है. यहां तक की मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव है. उन्होंने इसे निगम का पक्षपातपूर्ण रवैया बताया.

इस पर महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने कहा कि पांच्यावाला क्षेत्र में रहने वाले लोग शिकायत लेकर यहां तक आए हैं. यदि गलत तरीके से चालान हुए हैं, तो कार्रवाई भी की जाएगी. इस संबंध में झोटवाड़ा उपायुक्त से बात की गई है. किसी को भी बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा. निगम प्रशासन की ओर से क्षेत्र में गड्ढे खुदवाने पर चर्चा भी हुई है, ताकि घरों का पानी सड़कों पर ना आए. जल्द ही इस पर निर्णय लिए जाने की भी बात की जा रही है.

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