जयपुर. राजधानी के वैशाली नगर थाना इलाके में सोमवार को डॉक्टर इकबाल भारती के साथ मारपीट और लूट के मामले (Dr Iqbal Bharti assaulted and robbed in Jaipur) में मास्टरमाइंड समेत तीन आरोपियों को भरतपुर से गिरफ्तार किया गया है. वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश पूरे दिन जयपुर में ही छिपे रहे और देर रात बस में बैठकर राजस्थान बॉर्डर क्रॉस कर रहे थे. इस दौरान इन्हें दबोच लिया गया. हालांकि मामले में अन्य दो आरोपी प्रेम सिंह और धीरेंद्र फिलहाल फरार चल रहे हैं.
डीसीपी वेस्ट वंदिता राणा के मुताबिक सोमवार को वैशाली नगर स्थित हनुमान नगर एक्सटेंशन में डॉक्टर मोहम्मद इकबाल भारती के घर पर डकैती की वारदात हुई थी. भरतपुर थाना पुलिस के सहयोग से वेस्ट जिला पुलिस ने डकैती डालने वाले तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में नेपाली मूल की नौकरानी अन्नू और उसके साथी सुरेश शाही और प्रकाश हैं. डकैती डालने के बाद सभी बदमाश भरतपुर की ओर चले गए थे. सभी आरोपी नेपाल बॉर्डर क्रॉस करने की तैयारी में थे. लेकिन भरतपुर पुलिस ने नौकरानी अन्नू को एक निजी बस से दबोच लिया. हालांकि मामले में अन्य दो आरोपी प्रेम सिंह और धीरेंद्र फिलहाल फरार चल रहे हैं.
नौकरानी को पकड़ने के बाद जब भरतपुर की सेवर थाना पुलिस ने नौकरानी अन्नू से पूछताछ (Nepali servant robbed Doctor in Jaipur) की तो उसने अपने पूरे गिरोह के बारे में जानकारी दी. जानकारी मिलने के बाद सेवर थाना पुलिस ने नाकाबंदी की. अन्नू के अन्य साथी किराए की टैक्सी लेकर आ रहे थे. इस दौरान पुलिस ने दोनों साथियों को दबोच लिया. पुलिस ने आरोपियों से सोने चांदी के जेवरात और नकदी बरामद की है.
पढ़ें. डॉक्टर को बंधक बनाकर घर में लूटपाट, काम छोड़ चुके पुराने नौकर ने की वारदात
पूरे गिरोह को दबोचने के बाद भरतपुर की सेवर थाना पुलिस ने वेस्ट जिला पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलने पर वेस्ट जिला पुलिस भरतपुर पहुंची और सभी आरोपियों को दबोच कर वैशाली नगर थाने ले आई. वैशाली नगर में हुई पूछताछ के बाद सामने आया है कि डकैती की मास्टरमाइंड अन्नू उर्फ खिन्तु धामी है. अन्नु ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर डकैती की योजना बनाई थी.
डॉक्टर के घर तीन साल काम कर चुकी है आरोपी : अन्नू पहले डॉक्टर मोहम्मद इकबाल भारती (Nepali servant arrested of Jaipur Loot case) के घर पर साल 2006 और 2009 में नौकरी कर चुकी थी. बीच में भी अनु नौकरी करने आई थी. कुछ समय नौकरी करने के बाद वो फिर से चली गई थी. जिसके अपने साथियों के साथ डकैती डालने की योजना बनाई. योजना के तहत सभी लोग डॉक्टर मोहम्मद इकबाल भारती के घर में घुस आए. उनके साथ जमकर मारपीट की और सिर पर रॉड से वार कर दिया. लहूलुहान हालत में सभी बदमाश डॉक्टर को बाथरूम में बंद कर फरार हो गए थे.
ये था मामला : राजधानी जयपुर के वैशाली नगर थाना इलाके में हनुमान नगर एक्सटेंशन में सोमवार को डॉक्टर से मारपीट और घर में लूट (Loot in Doctor house in Jaipur) का मामला सामने आया था. डॉक्टर के साथ मारपीट करके उसको बाथरूम में बंद कर दिया गया. दो युवक और दो युवतियों ने पूरी वारदात को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गए. बदमाशों में शामिल एक नेपाली मूल की नौकरानी डॉक्टर के घर में काम किया करती थी. जिसे कुछ समय पहले डॉक्टर ने निकाल दिया था.
नौकर रखने से पहले बरतें यह सावधानी : एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजयपाल लांबा का कहना है कि कोई भी व्यक्ति अपने घर, दुकान या फैक्ट्री में नौकर रखने से पहले उसका पुलिस वेरिफिकेशन आवश्यक रूप से करवाएं. पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया बेहद सरल है और इसके लिए व्यक्ति को पुलिस थाने जाने की भी आवश्यकता नहीं है. व्यक्ति अपने नजदीकी ईमित्र में जाकर या अपनी एसएसओ आईडी के जरिए ऑनलाइन ही नौकरों का पुलिस वेरिफिकेशन करवा सकता है. पुलिस वेरिफिकेशन कराने का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि जो नौकर काम कर रहा है उसके तमाम पहचान पत्र व अन्य दस्तावेज पुलिस के पास रिकॉर्ड में सुरक्षित हो जाते हैं. यदि कोई नौकर लूट की वारदात को अंजाम देता है तो उसकी जानकारी पुलिस के पास होने के चलते उसे ढूंढने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती है.
पढे़ं. नौकरों का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराना पड़ रहा महंगा, पुलिस दर्ज करेगी मालिकों के खिलाफ मुकदमा
नेपाली नौकर पहली भी दे चुके वारदातों को अंजाम : राजधानी जयपुर में नेपाली नौकर की ओर से लूट की वारदात को अंजाम देने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी नेपाली नौकर अनेक वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. मार्च महीने में नेपाली नौकर किशन ने वैशाली नगर थाना इलाके में ही ऑफिसर कैंपस निवासी चिकित्सक दिलीप बेनीवाल को जहरखुरानी का शिकार बनाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस आज तक वारदात का खुलासा भी नहीं कर सकी है और न ही आरोपी नौकर किशन का कोई सुराग जुटा सकी है. डॉ.दिलीप ने भी नौकर किशन का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं करवाया था.
दूसरा मामला : वहीं मई माह में राजधानी के करणी विहार थाना इलाके में नेपाली नौकरों ने अपने साथियों के साथ मिलकर एग्रीकल्चर व्यापारी मैथिलीशरण शर्मा कि पूरे परिवार को बंधक बनाकर लाखों रुपए का सामान लूटा था. पुलिस ने नेपाल बॉर्डर क्रॉस करने से पहले बदमाशों को कड़ी मशक्कत कर दबोचा था. मैथिलीशरण शर्मा ने भी नौकरों का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं करवाया था.