जयपुर। जेडीए 17 जून 1999 से पहले बची हुई कॉलोनियों की 90 ए कर मास्टर प्लान के अनुसार पट्टे जारी करेगा. जेडीए प्रशासन शहरों के संग अभियान (Administration campaigns with cities) के तहत दावा है कि आम जनता को राहत मिलेगी. उनकी बेहतरी के लिए करीब 3 लाख 17 हजार से ज्यादा भूखंड धारियों को पट्टे देने की तैयारी प्राधिकरण कर चुका है.
जयपुरः निजी खातेदारी के रहन रखे गए भूखंडों की जेडीए करेगा नीलामी
2 अक्टूबर से प्रशासन शहरों के संग अभियान (Administration campaigns with cities) के अंतर्गत जेडीए (Jaipur Development Authority ) क्षेत्राधिकार में अनुमोदित और गैर अनुमोदित योजनाओं के शिविर आयोजित किए जाएंगे.
इन शिविरों में जेडीए के क्षेत्राधिकार में उसकी योजनाओं को लेकर विभिन्न जानकारियां दी जाएंगी. इसके साथ ही जिन कॉलोनियां का सोसायटियों की ओर से दस्तावेज जमा नहीं कराए गए, उनका पीटी सर्वे आदि का काम जेडीए जोन स्तर पर किया जाएगा. जेडीए नियमन योग्य सभी कॉलोनियों का डाटा इकट्ठा कर वेबसाइट पर अपलोड करेगा. इसे लेकर जेडीए आयुक्त गौरव गोयल ने मंगलवार को अधिकारियों को निर्देश भी दिए हैं. उन्होंने 2 अक्टूबर से शुरू होने वाले प्रशासन शहरों के संग अभियान की तैयारियों की समीक्षा की.
जेडीए आयुक्त गौरव गोयल ने बताया कि जेडीए जून 1999 से पहले बसी कॉलोनियों की 90 ए कर मास्टर प्लान के अनुसार पट्टे (lease Deeds) जारी करेगा. वहीं जेडीए की योजनाओं के शिविर लगाकर करीब 1,23,874 भूखण्डों के पट्टे (Lands Lease Deeds) जारी किए जाएंगे.
बैठक में जेडीए क्षेत्राधिकार में जेडीए, गृह निर्माण सहकारी समिति, निजी खातेदारी, कॉपरेटिव सोसायटी, विकास समिति की स्वीकृत योजनाओं की संख्या, योजनाओं में पट्टे देने से शेष रहे भूखण्डों की संख्या, अस्वीकृत योजनाओं में प्रस्तुत नक्षों की संख्या, नक्शों के अनुसार भूखण्डों की संख्या, बसी हुई योजनाओं की संख्या, 90बी/90ए हो चुकी योजनाओं के नक्शों की संख्या आदि पर चर्चा की गई।